प्रयागराज। बेटे असद अहमद के एनकाउंटर पर फूट-फूटकर रोए माफिया डॉन और पूर्व सांसद अतीक अहमद ने गुरुवार को कहा कि सब कुछ मेरी वजह से हुआ है। अतीक कोर्ट से जेल जाते वक्त कहा कि वह असद की मिट्टी में शामिल होना चाहता है। उसने कहा कि असद की मिट्टी में शामिल होने की व्यवस्था कराई जाए।
उल्लेखनीय है कि अतीक के बेटे और उमेश पाल हत्याकांड में वांछित 5 लाख रुपए के इनामी असद अहमद को यूपी एसटीएफ ने आज मुठभेड़ में मार गिराया। उसके साथ ही गुलाम नामक एक अन्य इनामी आरोपी को भी मार गिराया। जिस समय अतीक को बेटे के एनकाउंटर की खबर लगी, वह प्रयागराज कोर्ट में था। बेटे की मौत की खबर सुनकर माफिया अतीक अहमद कोर्ट रूम में रोने लगा, उसका भाई अशरफ भी हैरान रह गया।
अत्याधुनिक हथियार बरामद : विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में वांछित, 5-5 लाख रुपए के इनामी असद और गुलाम की एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मौत हो गई। उन्होंने बताया कि यूपी एसटीएफ की टीम में पुलिस उपाधीक्षक नवेंदु और विमल शामिल थे। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए आरोपियों के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद किए गए हैं।
24 फरवरी को प्रयागराज की सड़क पर उमेश पाल की दिनदहाड़े हत्या के बाद असद अहमद यूपी का मोस्ट वांटेड क्रिमिनल बन गया था। पुलिस को शक था कि असद आधा दर्जन शूटरों की अगुवाई कर रहा था। पुलिस को इस मामले में अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन की भी तलाश है।
उन्होंने कहा कि पुलिस को इनपुट मिले थे कि असद और गुलाम वारंट बी लेकर साबरमती और बरेली गए पुलिस दल पर हमला कर सकते हैं। दोनों अपराधियों को गोली चलाते हुए सबने देखा। एनकाउंटर साढ़े 12 से 1 बजे के बीच हुआ।
बताया जा रहा है कि असद उमेश पाल की हत्याकांड को अंजाम देने के बाद लखनऊ गया। वहां से कानपुर पहुंचा और फिर वहां से मेरठ निकल गया। मेरठ से वह दिल्ली गया और वहां से वह अजमेर होते हुए झांसी आया। वह मोटरसाइकिल से झांसी से मध्यप्रदेश जा रहा था तभी पुलिस से उसकी मुठभेड़ हो गई।
अतीक की गैंग के एक सदस्य की मुखबरी के बाद यूपी एसटीएफ ने झांसी में मोर्चा संभाल लिया। करीब 12 बजे झांसी के पारीछा डैम के पास असद को घेर लिया गया। मुठभेड़ में 12 पुलिसकर्मी शामिल थे। इसमें 2 डिप्टी एसपी और 2 इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी थे।