नई दिल्ली। दक्षिण पूर्व मध्यप्रदेश और इसके आसपास के क्षेत्रों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देखा जा सकता है। उपर्युक्त चक्रवाती परिसंचरण से विदर्भ, मराठवाड़ा और आंतरिक कर्नाटक होते हुए एक निम्न दबाव की रेखा आंतरिक तमिलनाडु तक जा रही है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मन्नार की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है।
एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण अंडमान सागर और आसपास के क्षेत्रों के ऊपर मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है। इसके प्रभाव से अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
पिछले 24 घंटों के दौरान सिक्किम, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। असम, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और दक्षिण छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम बारिश हुई। दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और लक्ष्यद्वीप के एक या दो हिस्सों में हल्की बारिश हुई।
पश्चिमी राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भीषण लू की स्थिति के साथ कई हिस्सों में लू की स्थिति बनी रही। पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों और दक्षिण हरियाणा, दिल्ली, मध्यप्रदेश, पूर्वी उत्तरप्रदेश और कच्छ के सौराष्ट्र के एक या दो हिस्सों में लू की स्थिति बनी।
अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश, असम, सिक्किम और उपहिमालयी पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। तमिलनाडु, कर्नाटक और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में हल्की बारिश संभव है।
अगले 3 से 4 दिनों के दौरान पश्चिमी राजस्थान, दक्षिण हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश में कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी की स्थिति के साथ कई हिस्सों में लू की स्थिति रहने की संभावना है। हिमाचल प्रदेश, विदर्भ, बिहार के कुछ हिस्सों और जम्मू क्षेत्र और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हीटवेव की स्थिति संभव है।