नई दिल्ली। गहरे निम्न दबाव का क्षेत्र ओडिशा के तटीय क्षेत्रों और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी तक फैला हुआ है। यह एक डिप्रेशन में या आज बुधवार शाम तक केंद्रित होने की उम्मीद है। इंदौर में मंगलवार शाम को झमाझम बारिश मुसीबत लेकर आई। शहर में कई जगह जलजमाव हो गया तो कुछ जगह कारें बह जाने का समाचार मिला है।
भारत के मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को पूर्वानुमान जताया कि केरल के कुछ हिस्सों में बुधवार को भारी बारिश होगी और ओडिशा के तट पर बने नए कम दबाव के क्षेत्र की वजह से 11 अगस्त तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
आईएमडी ने केरल के तटीय इलाकों के लिए चेतावनी जारी करते हुए कहा कि ऊंची लहरें उठने की आशंका है और इसलिए मछुआरों को बुधवार तक समुद्र में नहीं जाना चाहिए। इसी के साथ इडुकी जलाशय का चेरुथोनी बांध, मुल्लापेरियार, इदमलयार, बाणसुर सागर, कक्की, पंबा सहित राज्य के प्रमुख बांधों से अतिरिक्त पानी नदियों में छोड़ा जा रहा है जिससे उनके जलस्तर में हल्की वृद्धि देखी गई है।
मानसून की ट्रफ अब नलिया, अहमदाबाद, इंदौर, जबलपुर, पेंड्रा रोड, कम दबाव के केंद्र और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तरी अंडमान सागर से गुजर रही है। ईस्ट वेस्ट शीयर जोन मोटे तौर पर 19 डिग्री अक्षांश उत्तर में चल रहा है। समुद्र के स्तर पर महाराष्ट्र तट से कर्नाटक तट तक अपतटीय ट्रफ बनी हुई है। पश्चिमी राजस्थान और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
स्काईमेट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान मुंबई समेत कोंकण और गोवा में मध्यम से भारी बारिश हुई। विदर्भ, ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, मध्य महाराष्ट्र और सौराष्ट्र और कच्छ में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। केरल और उपहिमालयी पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हुई।
मध्यप्रदेश, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कई हिस्सों में कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ के असम और अरुणाचल प्रदेश के हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
अगले 24 घंटों के दौरान गुजरात, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, दक्षिण-पूर्व राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश यह साथ कुछ भागों में भारी बारिश हो सकती है। गंगीय पश्चिम बंगाल, दक्षिण झारखंड, तेलंगाना, मराठवाड़ा और कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
इंदौर में डेढ़ घंटे की तेज बारिश ने बिगाड़े हालात : इंदौर में मंगलवार शाम को झमाझम बारिश मुसीबत लेकर आई। शहर में कई जगह जलजमाव हो गया तो कुछ जगह कारें बहने का मामला भी सामने आया है। नए महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी सड़कों पर निकल गए। कई इलाकों में देर रात 12.45 बजे फिर तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो गया था। इंदौर के प्रजापत नगर में भारी बारिश के बाद कारें बह गईं। रहवासियों ने घटना के वीडियो बना लिए, जो जमकर वायरल हो रहे हैं।
मंगलवार सुबह से शहर का मौसम साफ था। दिन में धूप भी निकली थी और उमस भी बहुत थी। शाम 7 बजे से मौसम बदला और पहले बूंदाबांदी और फिर तेज बारिश शुरू हो गई। फिर रुक-रुककर हल्की बारिश का सिलसिला चलता रहा। करीब 8.30 बजे से फिर तेज बारिश शुरू हो गई। करीब 1.30 घंटे जोरदार पानी बरसा। इस बारिश ने शहर में कई इलाकों की हालत बिगाड़ दी। इंदौर में पश्चिम इलाके में कई जगह जलजमाव हो गया। कई घरों में पानी घुस गया। लोग पानी उलीचते नजर आए।
इंदौर जिले में जारी मानसून सत्र में अब तक 29.9 मिलीमीटर औसत वर्षा हो चुकी है। ये आंकड़ा वर्षभर की सामान्य वर्षा की तुलना में 55.65 प्रतिशत है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार इंदौर संभाग में अगले 2-3 दिन तक तेज बारिश की संभावना बन रही है। इंदौर शहर के आसपास धार, झाबुआ, खंडवा, खरगोन में भी अच्छी वर्षा होने की संभावना है। मानसून टर्फ जैसलमेर, कोटा, गुना, जबलपुर व उत्तरी अंडमान सागर तक फैला हुआ है। इसके असर से बंगाल की खाड़ी में दबाव बढ़ने की उम्मीद है। इसके कारण बारिश की संभावना बन रही है।