नई दिल्ली। उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में मूसलधार बारिश जारी है और इसका सबसे अधिक प्रभाव उत्तर प्रदेश में पड़ा है जहां वर्षाजनित हादसों में 12 लोगों की मौत हो गई है जबकि दिल्ली में यमुना नदी में जलस्तर बढ़ कर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है। दिल्ली में बाढ़ की आशंका जाहिर की गई है। दिल्ली में यमुना जल स्तर लगातार बढ़ते जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अबत संबंधित घटनाओं में 70 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 77 घायल हो गए हैं। इनमें से सबसे अधिक 11 लोगों की मौत सहारनपुर में हुई है। सरकारी प्रवक्ता ने यहां कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के अधिकारियों को सावधान रहने तथा प्रभावित इलाकों का दौरा करने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से जीर्ण-शीर्ण इमारतों की पहचान करने और उन्हें खाली कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने अधिकारियों को वर्षा से प्रभावित लोगों को आर्थिक और चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया है। राहत आयुक्त कार्यालय में तैनात अधिकारी ने बताया कि ‘प्रदेश में वर्षा से संबंधित घटनाओं में कम से कम 70 लोगों की मौत हो गई है। इसमें घायल हुए लोगों की संख्या 77 है और इससे 408 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
मौसम विभाग ने कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान लगाया है। इसके अलावा कल पूर्वी उत्तर प्रदेश में जबरदस्त बारिश होने का अनुमान है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना का पानी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है।
स्थिति पर नजर रखने के लिए अधिकारियों ने बाढ़ नियंत्रण कक्ष और आपात केंद्र की स्थापना की है। अधिकारियों ने बताया कि पुराने यमुना पुल पर यातायात बंद कर दिया गया है क्योंकि नदी में जलस्तर बढ़ गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरकार के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक बुलाई।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक बुलाई और भारी बारिश के बाद यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद यमुनानगर जिले की स्थिति की समीक्षा की। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से किन्नौर जिले में किन्नर कैलाश यात्रा अगले आदेश तक निलंबित कर दी गई है। (भाषा)