नई दिल्ली। देश के उत्तरी हिस्सों में भारी बारिश हुई है। भारी बारिश से उत्तर प्रदेश में 33 लोगों की मौत हो गई और कई जगहों पर जलभराव और यातायात जाम की समस्या पैदा हो गई। हरियाणा के हथिनी बैराज से पानी छोड़ने पर दिल्ली में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
उत्तर प्रदेश के मथुरा और कासगंज में क्रमश : 19 सेंटीमीटर और 18 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। अलीगढ़ में कल से अबतक 13 सेंटीमीटर बारिश हुई है।
बारिश से जुड़ी घटनाओं में 33 लोगों की मौत हो गई जबकि 12 घायल हो गए। इनमें आगरा में 6, मैनपुरी और मेरठ में चार-चार, मुजफ्फरनगर और कासगंज में तीन-तीन और बरेली में दो लोगों की मौत हुई। कानपुर देहात, मथुरा, गाजियाबाद, हापुड़, झांसी, रायबरेली, जलौन, प्रतापगढ़, फिरोजाबाद, बुलंदशहर और जौनपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से युद्ध स्तर पर बचाव और राहत कार्य चलाने के निर्देश दिए हैं।
टापू में फंसे आठ लोगों को बचाया : हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई। यहां सोलन में सबसे ज्यादा 100.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। सुंदरनगर में 64.7 मिलीमीटर और मंडी में 56.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
राज्य की एक नदी के बीच में बने टापू पर फंसे आठ लोगों को आज सुरक्षित निकाला गया। वहीं शिमला के बाहरी इलाके में भारी बारिश से हुए भूस्खलन के कारण यातायात बाधित हो गया।
दिल्ली में बाढ़ की चेतावनी : यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार करने के बाद दिल्ली सरकार ने एक अलर्ट जारी किया है। दिल्ली ओल्ड रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 27 जुलाई को शाम सात बजे 204.10 मीटर पहुंच गया। जलस्तर में वृद्धि हो रही है। एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली सरकार के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने निचले इलाकों में रह रहे 100 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए तैयारियां की है।
पूर्वी राजस्थान के अंदरुनी इलाकों में भारी बारिश दर्ज की गई। भरतपुर में पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा 11 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। इस दौरान पश्चिमी राजस्थान में बारिश नहीं हुई।
वहीं पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में बारिश बदस्तूर जारी रही। इससे तापमान भी सामान्य से नीचे रहा।बारिश के चलते एक ओवरब्रिज में दरार पड़ने से पूर्वी रेलवे के आसनसोल खंड में रेल सेवाएं बाधित रहीं। (भाषा)