नई दिल्ली। मुंबई के बहुचर्चित एंटीलिया कार मामले में पुलिस कमिश्नर पद से हटाए गए परमबीर सिंह (Param Bir Singh) के स्थान पर नए CP हेमंत नगराले (Hemant Nagrale) ने बुधवार को पदभार संभाल लिया है।
पदभार संभालने के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए नगराले ने कहा कि मुंबई पुलिस इस समय कठिन दौर से गुजर रही है। ऐसे में मुंबई पुलिस की छवि सुधारना मेरी पहली प्राथमिकता रहेगी।
एंटीलिया कार मामले में चल रही जांच से जुड़े सवाल पर नगराले ने कहा कि वे इस मामले में टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं।
हालांकि उन्होंने कहा कि जल्द ही समाधान निकाला जाएगा, लेकिन इसके लिए सबके सहयोग की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम मुंबई पुलिस की छवि धूमिल नहीं होने देंगे।
कौन हैं हेमंत नगराले : महाराष्ट्र पुलिस में विभिन्न पदों पर काम कर चुके नगराले को मुंबई के 26/11 के हमले के दौरान उनकी भूमिका के लिए खासतौर पर याद किया जाता है। उन दिनों हेमंत की बहादुरी की काफी चर्चा हुई थी। दरअसल, जैसे ही उन्हें आतंकी हमले की खबर लगी, वे अपनी सर्विस रिवॉल्वर निकालकर हाफ पैंट और टीशर्ट में ही आतंकियों से मुकाबला करने के लिए पैदल ही निकल पड़े थे।
नगराले का घर उस समय कोलाबा पुलिस स्टेशन के ऊपर ही था, जहां से लियोपोल्ड कैफे कुछ ही दूरी पर था। गढ़ चिरौली के नक्सली इलाके में पदस्थ हेमंत को गोलियों की आवाज सुनकर यह समझने में देर नहीं लगी कि गोलियां एके 47 से चलाई जा रही हैं और ये कोई मामूली शूटआउट नहीं है।
1987 बैच के आईपीएस अधिकारी हेमंत नागरे यूं तो कई जांचों से जुड़े रहे हैं। हर्षद मेहता और केतन पारेख से जुड़े घोटाले की जांच भी हेमंत ने की थी। 58 साल के नागरे सीबीआई के लिए भी काम कर चुके हैं। 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी नगराले को सिंगर जस्टिन बीबर के कार्यक्रम में कानून व्यवस्था संभालने के लिए सम्मानित किया गया। बैंक ऑफ बड़ौदा की चोरी को उन्होंने दो दिन में ही सुलझा दिया था। विधायक जयंत पाटिल के खिलाफ उन्होंने केस भी दर्ज किया। वे सस्पेंड भी हुए थे।