इंदौर। भारत में एक तरफ आम आदमी कोरोना और उससे उत्पन्न समस्याओं से जूझ रहा है, वहीं बढ़ती
महंगाई ने भी उसकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। खाद्य तेल के दाम आसमान को छू रहे हैं। साल भर के भीतर 15 लीटर सोया तेल के दामों में करीब 1000 रुपए का अंतर आ गया है।
स्थानीय फुटकर व्यापारी ने बताया कि सोया तेल में लगातार तेजी का रुख बना हुआ है। पिछले वर्ष लॉकडाउन से पहले जो 15 लीटर सोया तेल के भाव 1200 रुपए के लगभग थे, वे अब 2250 के आसपास हो गए हैं।
उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा दामों में तेजी दिवाली के बाद आई है। 80 रुपए लीटर वाले पाउच के दाम
150 के आसपास हो गए हैं। उन्होंने कहा कि सोया तेल में लगातार तेजी का रुख है। स्थानीय कारकों के अलावा इंटरनेशनल प्रेशर भी है।
सोया मार्केट शिकागो और मलेशिया से ही चलता है। इस बार सोयाबीन का उत्पादन भी कम हुआ है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा बाकी सामानों के रेट में बहुत ज्यादा अंतर नहीं आया है। अन्य खाद्य तेलों में तेजी का रुख बना हुआ है।
...और गैस सिलेंडर के दाम भी आसमान पर : दूसरी ओर, रसोई गैस के दाम भी आग उगल रहे हैं। 1 दिसंबर से अब तक रसोई गैस सिलेंडर 240 रुपए से ज्यादा महंगा हो चुका है। 1 दिसम्बर को घरेलू गैस सिलेंडर 594 रुपए से बढ़कर 644 रुपए हुआ था। इंदौर शहर में इस महीने सिलेंडर की कीमत अप्रैल अंत में 837 रुपए थी, जबकि सब्सिडी मात्र 21.43 रुपए मिली।