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बांग्लादेश में फिर हिन्दू मंदिर को जलाया, इस्कॉन टेंपल में रखा सामान जला

हमें फॉलो करें बांग्लादेश में फिर हिन्दू मंदिर को जलाया, इस्कॉन टेंपल में रखा सामान जला

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, शनिवार, 7 दिसंबर 2024 (14:20 IST)
Hindu temple burnt again in Bangladesh: बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं के खिलाफ जारी हिंसा के बीच कट्‍टपंथियों ने ढाका में इस्कॉन मंदिर (ISKCON Temple) में आग लगा दी। शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात कट्‍टरपंथियों ने इस घटना को अंजाम दिया। आग से मंदिर में रखा हुआ सारा सामान जल गया। इस घटना में भगवान लक्ष्मीनारायण के विग्रह भी जल गए। यह घटना भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री के बांग्लादेश दौरे से ठीक पहले हुई है। मिस्री 9 दिसंबर को बांग्लादेश जा रहे हैं। 
 
यह घटना ढाका के नमहट्टा इलाके में हुई, जहां उपद्रवियों द्वारा लगाई गई आग में इस्कॉन सेंटर जलकर खाक हो गया। शेख हसीना को सत्ता से बेदखल करने के बाद बांग्लादेश में हुई हिंसा में अब तक कई मंदिरों को कट्‍टरपंथियों ने नुकसान पहुंचाया है। इन सब घटनाओं से बेफिक्र बांग्लादेश की अंतरिम सरकार तमाशबीन बनी हुई है। इससे पहले इस्कॉन मंदिर के चिन्मय कृष्ण दास को देशद्रोह के आरोप में 25 नवंबर को ढाका में गिरफ्तार किया गया।  ALSO READ: बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा पर अमेरिका ने जताई चिंता
 
शेख हसीना के हटने के बाद पहली उच्च स्तरीय यात्रा : भारत ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री 9 दिसंबर को बांग्लादेश जाएंगे। बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़कर भारत आने के बाद यह नई दिल्ली से ढाका की पहली उच्चस्तरीय यात्रा होगी। ढाका में विदेश सचिव बांग्लादेश के अपने समकक्ष के साथ वार्ता करेंगे, इसके अलावा कई अन्य बैठकें भी करेंगे।
मूर्तियां भी जलाई गईं : इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने बताया कि उपद्रवियों ने नमहट्टा संपत्ति के मंदिर में मूर्तियों में आग लगा दी। समुदाय के सदस्यों और वैष्णव संप्रदाय के सदस्यों पर लगातार लक्षित हमला किया जा रहा है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि बांग्लादेश में इस्कॉन नमहट्टा केंद्र को जला दिया गया। श्री श्री लक्ष्मी नारायण की मूर्तियां और मंदिर के अंदर की सभी वस्तुएं पूरी तरह जल गई हैं। यह केंद्र ढाका में स्थित है। बदमाशों ने शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात 2-3 बजे श्री श्री राधा कृष्ण मंदिर और श्री श्री महाभाग्य लक्ष्मी नारायण मंदिर में आग लगा दी। ये मंदिर ढाका जिले के तुराग पुलिस थाने के अंतर्गत धौर गांव स्थित हरे कृष्ण नमहट्टा संघ के अधिकार क्षेत्र में आते हैं।
 
दास ने एक पोस्ट में कहा कि मंदिर के पीछे टीन की छत को उठाकर पेट्रोल या ऑक्टेन का इस्तेमाल करके आग लगाई गई। पता: एच-02, आर-05, वार्ड-54। दास ने दावा किया कि पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले किए जा रहे हैं और इस्कॉन द्वारा बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को इन घटनाओं की सूचना दिए जाने के बावजूद पुलिस और प्रशासन ने इन्हें रोकने के लिए कोई खास कदम नहीं उठाए हैं।
 
केन्द्रीय मंत्री ने की हमले की निंदा : भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि बांग्लादेश के ढाका में इस्कॉन नमहट्टा केंद्र पर में आग लगा दिए जाने की घटना की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें श्री श्री लक्ष्मी नारायण की मूर्तियों और मंदिर की पवित्र वस्तुओं को नष्ट कर दिया गया। यह पूजा स्थल पर घृणा का अक्षम्य कृत्य है। दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए।

बांग्लादेशियों को होटलों में जगह नहीं : इस बीच, बांग्लादेश के खिलाफ भारत के हर हिस्से से विरोध की आवाज आ रही है। हिन्दू संगठन जहां सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं अन्य लोग भी अपने-अपने तरीके से विरोध कर रहे हैं। असम की बराक घाटी के होटलों ने यह घोषणा की है कि जब तक बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों समुदायों के लोगों पर हमले बंद नहीं हो जाते तब तक वे किसी भी बांग्लादेशी नागरिक को अपनी सेवाएं मुहैया नहीं कराएंगे। बराक घाटी में कछार, श्रीभूमि (पूर्व में करीमगंज) और हैलाकांडी के तीन जिले शामिल हैं और यह घाटी बांग्लादेश के सिलहट क्षेत्र के साथ 129 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करती है। ALSO READ: इंदौर का लालबाग हुआ भगवा, बांग्लादेशी हिन्दू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के विरोध में जुटे लाखों लोग
 
‘बराक घाटी होटल और रेस्तरां एसोसिएशन’ के अध्यक्ष बाबुल राय ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की स्थिति चिंताजनक है। हम इसे किसी भी तरह से स्वीकार नहीं कर सकते इसलिए हमने फैसला किया है कि जब तक स्थिति में सुधार नहीं होता और हिंदुओं पर अत्याचार बंद नहीं हो जाते तब तक हम बराक घाटी के तीनों जिलों में पड़ोसी मुल्क के किसी भी नागरिक को अपने यहां नहीं रखेंगे। यह विरोध जताने का हमारा तरीका है। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 

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