Bangladesh violence case : भारत ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री के 9 दिसंबर को बांग्लादेश का दौरा करने की शुक्रवार को घोषणा की। उनकी यह यात्रा इस पड़ोसी देश में हिंदुओं समेत अल्पसंख्यकों पर हमलों को लेकर दोनों देशों के बीच उत्पन्न हुए तनाव की पृष्ठभूमि में हो रही है। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के सत्ता में आने के बाद भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों में तनाव आ गया है। भारत इस पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं पर हमलों को लेकर चिंता जताता रहा है। पिछले कुछ महीनों में बांग्लादेश में हिंदू समुदाय समेत अल्पसंख्यकों पर हमलों की घटनाओं में वृद्धि हुई है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि मिस्री विदेश कार्यालय परामर्श के ढांचे के तहत एक बैठक में शामिल होने के लिए बांग्लादेश की यात्रा पर जाएंगे। उन्होंने कहा कि विदेश सचिव नौ दिसंबर को बांग्लादेश का दौरा करेंगे। जायसवाल एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत इस मामले में निष्पक्ष, न्यायसंगत और पारदर्शी कानूनी प्रक्रिया की उम्मीद करता है। उन्होंने कहा, हमने इस मुद्दे पर पहले भी बात की है। हम अपनी अपेक्षा दोहराना चाहेंगे कि बांग्लादेश में जारी संबद्ध कानूनी प्रक्रियाएं निष्पक्ष, न्यायसंगत और पारदर्शी होंगी, ताकि संबंधित व्यक्तियों के कानूनी अधिकारों का पूरा सम्मान सुनिश्चित हो सके।
मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के सत्ता में आने के बाद भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों में तनाव आ गया है। भारत इस पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं पर हमलों को लेकर चिंता जताता रहा है। पिछले कुछ महीनों में बांग्लादेश में हिंदू समुदाय समेत अल्पसंख्यकों पर हमलों की घटनाओं में वृद्धि हुई है।
भारत ने पिछले सप्ताह कहा था कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। साथ ही इसने हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की बढ़ती घटनाओं को लेकर गंभीर चिंता जताई थी। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour