श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के सीमांत जिले कुपवाड़ा में गुरुवार को घेराबंदी और तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए। इनमें से एक की पहचान मन्नान वानी के रूप में हुई है।
इस बीच, जिला अधिकारी ने कुपवाड़ा में एहतियात के तौर पर शैक्षणिक संस्थानों में कक्षा स्थगित करने और मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद करने के आदेश दिए हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया आतंकवादियों के छिपे होने की खुफिया सूचना के बाद सेना के जवानों, जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने तड़के दो बजकर 30 मिनट पर उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के शतगुड हंदवाडा गांव में यह अभियान शुरू किया।
उन्होंने बताया कि इलाके से बाहर जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया है। सुरक्षाबल सुबह जब गांव में छिपे आतंकवादियों की ओर बढ़ रहे थे तभी आतंकवादियों ने स्वचालित हथियार से उन पर गोलियां चला दीं। सुरक्षाबलों ने भी इसका जोरदार जवाब दिया और दोनों तरफ से मुठभेड़ शुरू हो गई। सुरक्षाबलों की कार्रवाई का विरोध करने के लिए आसपास के क्षेत्र के लोग घटनास्थल पर जमा होकर विरोध प्रदर्शन करने लगे।
सूत्रों ने बताया कि इलाके में दो से तीन आतंकवादियों के छिपे होने की आशंका है। इस बीच, सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया।
कौन है मन्नान वानी : हिज्बुल मुजाहिदीन का कमांडर मन्नान वानी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) का पूर्व छात्र रह चुका है। वानी इसी साल AMU से लापता हो गया था। बाद में खबर आई थी कि मन्नान आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया। यह जानकारी सामने आने के बाद एएमयू ने मन्नान वानी को निकाल दिया था। (वेबदुनिया/एजेंसी)