कोरोनावायरस (Coronavirus) काल में महामारी के चलते जहां शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, वहीं बड़ी संख्या में लोग मानसिक बीमारियों से भी जूझ रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक इस समय 70 फीसदी लोग तनाव से गुजर रहे हैं। इनमें चिंता (Anxiety), अवसाद (Depression) और अनिद्रा (Insomnia) जैसी समस्याएं प्रमुख रूप से देखने को मिल रही हैं।
पिछले साल इंडियन साइकेट्री सोसायटी के सर्वे में कहा गया था कि कोरोना महामारी के चलते मनोरोगियों में 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसके पीछे अर्थव्यवस्था से लेकर अन्य कारण बताए गए थे। लंबे होते कोरोना काल में निश्चित ही इन आंकड़ों में वृद्धि हुई है। साथ ही लोगों की समस्याएं भी बढ़ी हैं।
वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ एवं मालवांचल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. रामगुलाम राजदान वेबदुनिया से बातचीत में कहते हैं कि इस समय 70 फीसदी लोग मानसिक तनाव का शिकार हैं। इनमें चिंता, घबराहट, चिड़चिड़ापन, अवसाद, अनिद्रा जैसे लक्षण सामने आ रहे हैं। ये सब चीजें कोरोनावायरस काल में ज्यादा देखने में आई हैं।
क्या हैं कारण : डॉ. राजदान कहते हैं कि लोगों को अजीब-सा भय है, भविष्य को लेकर चिंता (रोजगार, बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य आदि), संक्रमण का डर, संक्रमण के बाद सामाजिक दूरी का डर, कोरोना संक्रमण के चलते मौत का डर, अपनों की मौत का डर, चारों ओर तनावपूर्ण वातावरण का असर, नकारात्मक माहौल, लगातार मिल रहीं नकात्मक खबरें, रोजगार की चिंता, सामान्य जुकाम और गले में खराश आदि से कोरोना का डर, खराब होती आर्थिक स्थिति आदि ऐसे कारण हैं, जिनके चलते लोग तनाव का शिकार हो रहे हैं।
क्या करें : डॉ. राजदान कहते हैं कि इन समस्याओं से डरने के बजाय हमें इनका मुकाबला करना चाहिए। क्योंकि डर के आगे जीत है। वे कहते हैं कि तनाव कम करने के लिए छोटे-छोटे उपाय निश्चित ही कारगर हो सकते हैं। वे कहते हैं कि सबसे पहले रोज एक घंटे का समय खुद के लिए निकालें। उस दौरान पेंटिंग, सिंगिंग आदि जो भी आपके शौक हैं उन्हें पूरा करें। यदि म्यूजिक सुनना पसंद हैं, तो अपनी पसंद का म्यूजिक सुनें। पौष्टिक आहार के साथ 6-7 घंटे की नींद लें। यदि समस्या बड़ी है तो चिकित्सक की सलाह जरूर लें।
ध्यान और योग : डॉ. राजदान कहते हैं कि तनाव दूर करने में योग और ध्यान बहुत मदद करते हैं। अनुलोम-विलोम, कपालभाति, नाद योग आदि प्राणायाम करें। ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें। इससे आपका श्वसन तंत्र मजबूत होगा। कोरोना सबसे ज्यादा श्वसन तंत्र को ही प्रभावित करता है।
सबसे अहम बात खुद पर भरोसा रखें। कभी भी खुद को हेल्पलेस महसूस न करें। फोन पर ही सही सामाजिक रिश्तों को बनाए रखें, रोज 15-20 लोगों से फोन पर बात करें। करीबी रिश्तेदारों के लगातार संपर्क में रहें ताकि कभी जरूरत पड़े तो उनकी मदद ली जा सके साथ ही दूसरों की मदद के लिए भी हमेशा तैयार रहें। वैक्सीन जरूर लगवाएं।