झारखंड में SDM ज्योति मौर्य जैसा मामला, पति ने पढ़ाया, नर्स बनते ही अलग हो गई पत्नी
पत्नी की पढ़ाई से कर्ज में डूबा पति, मजदूरी करता रहा और एक दिन पत्नी हो गई अचानक गायब
एसडीएम ज्योति मौर्य और आलोक मौर्य का केस कई दिनों से सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। लोग दोनों की शादी, पति आलोक मौर्य का सपोर्ट और फिर ज्योति के एसडीएम बन जाने के बाद तलाक लेने के मामले को लेकर बहस कर रहे हैं। सोशल मीडिया में दोनों को लेकर मीम्स की बाढ़ आ गई है। अब झारखंड में ठीक इसी तरह का एक नया मामला सामने आया है। यहां साहिबगंज के रहने वाले एक पति कन्हाई पंडित ने दावा किया है कि उसने अपनी पत्नी कल्पना को पढ़ाया लिखाया और नर्स बनाया। लेकिन नर्स बनने के बाद से ही वो उससे अलग हो गई है।
पत्नी ने की थी पढ़ाई की जिद : यह नया मामला साहिबगंज के बोरिया प्रखंड का है। कन्हाई पंडित की शादी साल 2009 में कल्पना से हुई थी। शादी के बाद कल्पना पढ़ना चाहती थी उसने इस बारे में अपने पति कन्हाई को बताया। पति कन्हाई ने कहा कि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, ऐसे में पढ़ाई मुश्किल है। लेकिन जब कल्पना ने पढ़ने की जिद की तो वो मान गया। कन्हाई ने पत्नी को शिबू सोरेन जनजातीय महाविद्यालय में एडमिशन करवाया और 5 साल तक पढ़ाई पूरी करवाई। इसके बाद कल्पना ने कहा कि वो नर्स की ट्रेनिंग करना चाहती है। इसके लिए पति कन्हाई ने 2 लाख रुपए का कर्ज लिया और जमशेदपुर के एक नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन करवाया और दो साल की एएनएम की ट्रेनिंग करवाई।
कर्ज में डूब गया कन्हाई : कन्हाई ने दावा किया है कि इसके अलावा दो साल तक पत्नी कल्पना की पढ़ाई के साथ उसके रहने, आने-जाने और कॉपी किताबों पर भी उसने करीब ढाई लाख रुपए खर्च किए। पत्नी की पढ़ाई और घर चलाने की वजह से वो पूरी तरह से कर्ज में डूब गया। इस बीच पत्नी कल्पना ट्रेनिंग पूरी कर साहिबगंज में ही जुमावती नर्सिंग होम में बतौर नर्स काम पर लग गई।
पत्नी की बात मान वापी चला गया : दूसरी तरफ कर्ज में डूबा कन्हाई कर्ज उतारने के लिए ट्रेक्टर और अन्य मजदूरी करने लगा। उसे रोज 200-250 रुपए मिलते थे, ऐसे में पत्नी कल्पना ने उसे कहा कि ऐसे कर्ज कैसे उतरेगा। उसने सलाह दी कि कहीं बाहर जाकर काम करना चाहिए। कन्हाई को पत्नी की सलाह ठीक लगी, क्योंकि वो पढ़ी लिखी थी। पत्नी की बात मानकर वो मजूदरी करने के लिए गुजरात के वापी शहर में चला गया।
और लॉकडाउन लग गया : साल 2019 में कन्हाई पत्नी की बात मानकर गुजरात चला गया और 2020 में कोरोना की वजह से लॉकडाउन लग गया। वो घर वापस आना चाहता था, लेकिन पत्नी यह कहकर मना कर दिया कि वापस आकर यहां क्या करोगे। ऐसे में वो जैसे तैसे लॉकडाउन में पेट भरता रहा। कर्ज चुकाने की किस्त भी अदा करता रहा। कोरोना की दूसरी लहर में भी कन्हाई गुजरात में ही मजदूरी करता रहा।
घर में लग गई आग : इसी दौरान पत्नी कल्पना ने उसे बताया कि घर में आग लग गई है। जिसमें घर के सारे दस्तावेज जल गए है। घटना के बाद जब कन्हाई लौटा तो पत्नी का व्यवहार पूरी तरह से बदल चुका था। वो ड्यूटी के नाम पर ज्यादातर घर से बाहर ही रहती थी। उनके बीच पति पत्नी जैसे रिश्ते भी नहीं रहे। एक दिन अचानक अपने 10 साल के बेटे को लेकर वो मायके चली गई। घर का सामान पहले ही आग की घटना के दौरान ले जा चुकी थी। कन्हाई का आरोप है कि अब उसका फोन भी बंद आ रहा है। उसने अपनी शिकायत में बताया कि 14 अप्रेल 2023 को उससे आखिरी बार बात हुई थी। कन्हाई ने इन सारे आरोपों के साथ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
Edited by navin rangiyal