श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुपकार घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा गैंग करार दिए जाने पर मंगलवार को कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा- इस राजनीतिक गठबंधन द्वारा आगामी निकाय चुनाव लड़ने का निर्णय करने तथा भाजपा और उसके सहयोगियों के लिए खुला मैदान नहीं छोड़ने से उपजी कुंठा है।
शाह के ट्वीट की श्रृंखला पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हम गैंग नहीं हैं अमितशाह जी, हम वैध राजनीतिक गठबंधन हैं, जिसने चुनाव लड़े हैं और लड़ते रहेंगे और यही बात आपको परेशान कर रही है।
नवगठित जम्मू एवं कश्मीर अपनी पार्टी पर परोक्ष प्रहार करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मैं माननीय गृहमंत्री के इस हमले के पीछे की कुंठा समझ सकता हूं। उन्हें बताया गया था कि यह गठबंधन चुनाव का बहिष्कार करने की तैयारी कर रहा है। इससे भाजपा और नवगठित दल को खुला मैदान मिल जाता। हमने उनकी उम्मीदें पूरी नहीं की।
उन्होंने कहा कि केवल जम्मू-कश्मीर के नेताओं को चुनाव में हिस्सा लेने एवं लोकतांत्रिक प्रक्रिया का समर्थन करने के लिए हिरासत में लिया जा सकता है और राष्ट्र-विरोधी कहा जा सकता है।
उन्होंने ट्वीट किया कि सच्चाई यह है कि जो भी भाजपा की विचाराधारा का विरोध करता है, उसे भ्रष्ट और राष्ट्रविरोधी करार दिया जाता है।
इससे पहले शाह ने जम्मू कश्मीर में राजनीतिक दलों के गठबंधन को कथित तौर पर गुपकार गैंग करार दिया और कहा कि वह देश के राष्ट्रीय हितों के विरुद्ध अपावन वैश्विक गठबंधन है।
शाह ने सिलसिलेवार ट्वीट कर यह आरोप भी लगाया कि कांग्रेस और गुपकर गैंग जम्मू एवं कश्मीर को आतंक और उत्पात के युग में वापस ले जाना चाहते हैं। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से पीएजीडी के कदमों पर पार्टी का रुख साफ करने को कहा।
पीएजीडी में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) समेत जम्मू-कश्मीर के विभिन्न दल शामिल हैं। कांग्रेस भी इस गठबंधन में शामिल हुई है। इस गठबंधन ने संविधान के अनुच्छेद 370 को बहाल करने की मांग की है, जो पूर्ववर्ती राज्य को विशेष दर्जा देता था।