नई दिल्ली। सीडीएस जनरल बिपिन रावत सहित हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए 14 लोगों की मौत के कारणों की जांच के लिए रक्षा मंत्रालय की ओर से गठित त्रिकोणीय सेवाओं की जांच अगले दो सप्ताह के भीतर पूरी हो सकती है।
खबरों के मुताबिक जांच का नेतृत्व भारतीय वायु सेना (IAF) के एक अधिकारी और देश के सर्वश्रेष्ठ हेलिकॉप्टर पायलट एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह और भारतीय सेना और नौसेना के एक-एक ब्रिगेडियर-रैंक के अधिकारी द्वारा किया जा रहा है। इसकी घोषणा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में की थी।
खबरों के मुताबिक जांच दल द्वारा गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। इसमें तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में दुर्घटनास्थल के पास मौजूद लोग भी शामिल हैं। टीम के अगले दो सप्ताह में अपनी कार्रवाई पूरी करने की उम्मीद है। अगले ही दिन जांच टीमों ने अपना काम शुरू कर दिया था।
उन्होंने कहा कि लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। 8 दिसंबर को जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 12 अन्य सैन्य अधिकारी एमआई-17वी5 हेलीकाप्टर में यात्रा कर रहे थे, जो वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कालेज में उतरने से कुछ मिनट पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।