तमिलनाडु, कोयटंबूर में एक महिला 30 सालों से एक रुपये में इडली बेच रही है। लॉकडाउन में जहां खाने-पीने के सामान के दाम भाग गए हैं वहीं 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने इडली का दाम नहीं बढ़ाया है। बुजुर्ग महिला एम कमलथल आज भी एक रुपये में ग्राहकों को इडली देती हैं।
अलंदुरैई के नजदीक अपने घर से खाने-पीने का आउटलेट चला रही बुजुर्ग महिला के यहां प्रतिदिन करीब 300 लोग इडली खाते हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो लॉकडाउन के कारण घर नहीं जा सके हैं। कमलथल बताती हैं, “उरद दाल का दाम 100 से 150 रुपये हो गया है।
मिर्च की कीमत भी 150 रुपये से 200 रुपये हो गई है मगर मैंने कीमत नहीं बढ़ाई है। मैं एक रुपये में इडली बेचकर किसी तरह संतुलन बना लेती हूं। अपने ग्राहकों को महिला सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ भी पढ़ाती हैं। उनका कहना है, “कुछ ऐसे लोग भी हैं जो दूसरी जगहों से आए हैं। इसलिए उन्हें चाहिए कि अपनी जगहों पर रहते हुए इडली खाएं।
30 सालों से बुजुर्ग महिला महंगाई का सामना कर रही हैं। इसके बावजूद उन्होंने अपने यहां के खाने-पीने का दाम नहीं बढ़ाया। हालांकि उनके शुभ चिंतक महंगाई की खाई को पाटने के लिए सब्जी, खाने-पीने का सामान पहुंचाकर मदद करते हैं। महिला ने कहा कि लोग दाल, सब्जी और चावल दे रहे हैं। इससे उन्हें बहुत ज्यादा खुशी मिली है। सितंबर महीने में महिला की दयालुता की खबर वायरल होने पर उनकी लोकप्रियता दूर तक फैल गई। कई लोगों ने उन तक मदद के हाथ बढ़ाए हैं।