Weather update : IMD की चेतावनी- गर्मी के साथ लू का होगा डबल अटैक, राजस्थान, मध्यप्रदेश, ओडिशा, आंध्रप्रदेश सहित 6 राज्य खूब तपेंगे
10 से 20 दिन तक लू चलने का अनुमान
Weather update : मौसम विभाग ने सोमवार को कहा कि भारत में अप्रैल से जून तक की अवधि के दौरान अत्यधिक गर्मी पड़ेगी और इसका मध्य एवं पश्चिमी प्रायद्वीपीय भागों पर सबसे बुरा प्रभाव पड़ने का अनुमान है। अनुमानों के मुताबिक राजस्थान, मध्यप्रदेश, ओडिशा, आंध्रप्रदेश सहित 6 राज्य खूब तपेंगे।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का यह अनुमान ऐसे समय आया है जब देश सात चरणों में होने वाले आम चुनाव की तैयारी कर रहा है।
केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रीजीजू ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारत के आगामी ढाई महीनों में अत्यधिक चरम मौसम स्थिति से गुजरने की आशंका है और यह ऐसे समय होने जा रहा है जब देश आम चुनाव की तैयारी में लगा है जिसमें लगभग एक अरब लोगों के मतदान करने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण होने वाला है। चूंकि हम दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाले देश हैं और चरम मौसम स्थिति के खतरे का सामना कर रहे हैं, इसलिए भारत के लिए पहले से तैयारी करना नितांत आवश्यक है।"
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि 2024 के आम चुनाव के दौरान बाहरी गतिविधियों में प्रत्याशित वृद्धि से लोगों के लिए लू संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
उन्होंने कहा कि अधिक जोखिम के साथ, मतदाताओं और चुनाव कर्मियों के लिए लू संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ गया है।
महापात्र ने कहा कि अप्रैल-जून की अवधि के दौरान देश के अधिकतर हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने तथा मध्य और पश्चिमी प्रायद्वीपीय भारत में इसका सबसे बुरा असर पड़ने का अनुमान है।
उन्होंने कहा कि पश्चिमी हिमालय क्षेत्र, पूर्वोत्तर राज्यों और उत्तरी ओडिशा के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान के सामान्य या सामान्य से नीचे रहने की संभावना है।
महापात्र के अनुसार, इस अवधि के दौरान मैदानी इलाकों के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से अधिक गर्म हवा चलने की संभावना है। देश के विभिन्न हिस्सों में सामान्यतः चार से आठ दिनों की तुलना में दस से 20 दिन तक लू चलने का अनुमान है।
आईएमडी के महानिदेशक ने कहा कि गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तरी छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में गर्मी का सबसे बुरा असर पड़ सकता है।
उन्होंने कहा कि अप्रैल में देश के ज्यादातर हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने तथा मध्य दक्षिण भारत में इसकी ज्यादा संभावना है।
महापात्र ने कहा कि अप्रैल में पश्चिमी हिमालय क्षेत्र और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य या सामान्य से नीचे रहने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार, अप्रैल में मध्य भारत के कई इलाकों और उत्तरी मैदानी इलाकों तथा दक्षिण भारत के आसपास के क्षेत्रों में सामान्य से अधिक लू वाले दिन रहने की संभावना है।
इसने कहा कि मध्य भारत और उत्तरी मैदानी इलाकों तथा दक्षिण भारत में अप्रैल में सामान्य लू दिवसों के विपरीत अधिक दिन तक लू चलने का अनुमान है।
महापात्र के अनुसार, इन क्षेत्रों में सामान्यतः एक से तीन दिनों की तुलना में दो से आठ दिन तक लू चलने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तरी कर्नाटक, ओडिशा, पश्चिमी मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश में अप्रैल में लू का सबसे बुरा असर होने का अनुमान है।
आईएमडी ने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश को छोड़कर गेहूं उत्पादक राज्यों में सात अप्रैल तक लू की कोई चेतावनी नहीं है। भारत में लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से एक जून के बीच सात चरणों में होगा।
तैयारियां करना महत्वपूर्ण : केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रीजीजू ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि ऐसे में सभी हितधारकों के लिए पहले से तैयारी करना महत्वपूर्ण है।
मंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमें आने वाले ढाई महीने प्रतिकूल मौसम का सामना करना पड़ेगा। संयोग से इसी दौरान आम चुनाव भी हैं, जिसमें लगभग एक अरब लोगों के मतदान करने की उम्मीद है।
रीजीजू ने कहा कि उन्होंने भीषण गर्मी के पूर्वानुमान के बीच चुनावों के मद्देनजर हितधारकों के साथ एक उपयोगी बैठक की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों सहित सभी हितधारकों ने व्यापक तैयारी की हैं।
उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण होने वाला है। चूंकि हम दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाले देश हैं और प्रतिकूल मौसम झेलना पड़ता है, इसलिए पहले से तैयारी करना बेहद जरूरी हो जाता है।
झारखंड में लू की चेतावनी : झारखंड के कुछ क्षेत्रों में चार अप्रैल से गर्मी के मौसम की पहली लू चलने की चेतावनी जारी की गई है। इस दौरान कुछ जिलों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक होगा। वहीं, पश्चिम बंगाल के दक्षिणी जिलों में पांच अप्रैल तक लू चलने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी दी।
रांची मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, दक्षिणी और पूर्वोत्तर झारखंड के जिलों में चार अप्रैल से लू चलने का अनुमान है, जिससे मौजूदा तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद के मुताबिक, राज्य के इन जिलों में पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, पाकुड़ और गोड्डा शामिल हैं।
पूर्वी सिंहभूम जिले में स्थित जमशेदपुर में सोमवार को अधिकतम तापमान 40.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के सामान्य तापमान से 2.9 डिग्री अधिक है। जबकि पाकुड़ में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
गोड्डा में अधिकतम तापमान 39.3 डिग्री सेल्सियस और पश्चिमी सिंहभूम में अधिकतम तापमान 38.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
झारखंड की राजधानी रांची में भी सोमवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने लोगों को लू चलने के दौरान दोपहर से तीन बजे के बीच बाहर जाने से बचने और पर्याप्त रूप से पानी पीने की सलाह दी है।
मौसम विभाग ने सोमवार को बताया कि पश्चिम बंगाल के दक्षिणी जिलों में पांच अप्रैल तक लू चलने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि तीन से पांच अप्रैल तक पुरुलिया, बांकुड़, पश्चिम बर्धमान, पश्चिम मिदनापुर और झारग्राम जिलों में लू चलने का अनुमान जताया गया है।
मौसम कार्यालय ने एक बुलेटिन में कहा, इस क्षेत्र में चल रही शुष्क पश्चिमी हवाओं के कारण दक्षिण बंगाल के जिलों में ऐसी स्थिति होने की संभावना है।
इसमें कहा गया कि दक्षिण बंगाल में अगले तीन दिनों के दौरान दिन के अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री का उछाल हो सकता है।
बुलेटिन में बताया गया कि पश्चिमी जिलों में तीन से पांच अप्रैल तक अधिकतम तापमान सामान्य से 4 से 5 डिग्री सेल्सियस ऊपर रहेगा। इनपुट एजेंसियां