There was a heated argument between Mukhtar Ansari's brother and the District Magistrate : गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार के दौरान शनिवार को यहां उनके भाई और सांसद अफजाल अंसारी तथा गाजीपुर की जिलाधिकारी के बीच इस बात पर बहस हो गई कि कब्रिस्तान में कौन जा सकता है। जिलाधिकारी ने कहा कि अंतिम संस्कार की वीडियोग्राफी कराई है, कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए गाजीपुर और आसपास के इलाकों से हजारों लोग जुट गए थे। अंसारी की गुरुवार को दिल का दौरा पड़ने से बांदा में मृत्यु हो गई थी। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह बहस तब हुई जब जिला प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयास में कुछ लोगों को मुख्तार अंसारी की कब्र पर मिट्टी देने के लिए कब्रिस्तान में प्रवेश करने से रोक दिया।
क्या समूचा शहर मिट्टी देगा : इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें अफजाल अंसारी यह कहते दिख रहे हैं, आप किसी को मिट्टी देने से नहीं रोक सकती हैं। इस पर गाजीपुर की जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने कहा, परिवार के लोग मिट्टी दे सकते हैं। क्या समूचा शहर मिट्टी देगा।
अंतिम संस्कार में शामिल होने से किसी को नहीं रोक सकतीं : अफजाल अंसारी ने पलटकर कहा, कहीं का कोई भी व्यक्ति मिट्टी देने जा सकता है। जिलाधिकारी ने जिले में निषेधाज्ञा लागू होने का हवाला देते हुए पूछा कि क्या इसके लिए कोई अनुमति ली गई है। अंसारी ने कहा, सीआरपीसी की धारा 144 लागू होने के बावजूद आप अंतिम संस्कार में शामिल होने से किसी को नहीं रोक सकतीं।
कानूनी कार्रवाई की जाएगी : जिलाधिकारी ने कहा कि अंतिम संस्कार की वीडियोग्राफी कराई है, कानूनी कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय प्रशासन ने अंसारी के आवास और कब्रिस्तान के बाहर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए थे। इन घटनाक्रमों के बीच माफिया से नेता बने पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी का शव शनिवार को गाजीपुर जिले में उनके पैतृक निवास युसूफपुर मोहम्मदाबाद के निकट कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। (इनपुट भाषा)
Edited By : Chetan Gour