नई दिल्ली। राज्यसभा में बुधवार को कुछ सदस्यों ने डिजिटल लेनदेन, एटीएम से धन निकासी आदि में उपभोक्ताओं के साथ होने वाली धोखाधड़ी और बैंकिंग सुविधाओं के मुद्दों को उठाया और सरकार से आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की। भाजपा के शिवप्रताप शुक्ला ने शून्यकाल में साइबर अपराधियों द्वारा फोन करके उपभोक्ताओं के साथ धोखाधोड़ी किए जाने का विषय उठाया।
उन्होंने कहा कि बैंक द्वारा अनुमति नहीं होने के बावजूद ऐसे अपराधी क्रेडिट सीमा से अधिक धन निकासी करने में सफल हो जाते हैं और बैंक कोई कार्रवाई नहीं करते। शुक्ला ने सरकार से मांग की कि ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए और ठगी का शिकार हुए लोगों को उनका पैसा वापस मिलना चाहिए। सभापति एम. वेंकैया नायडू ने भी कहा कि इस तरह के मोबाइल संदेश सभी को आते हैं और लोगों को कुछ रुपए जमा करके लाखों रुपए मिलने का प्रलोभन दिया जाता है।
भाजपा के रामकुमार वर्मा ने एटीएम से पैसे निकालने में बढ़ती धोखाधड़ी का उल्लेख करते हुए सरकार से अनुरोध किया कि पिन के बजाय हर तरह के लेन-देन में ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) को लागू किया जाएगा तो इस तरह के साइबर अपराध रुक सकेंगे। बीजद के सुजीत कुमार ने ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाओं की कमी का विषय उठाया। शून्यकाल में ही जदयू के रामनाथ ठाकुर ने मांग की कि सभी बैंकों के लिए यह लक्ष्य निर्धारित किया जाना चाहिए कि सभी किसानों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उदासीनता बरतने वाले बैंकों को सरकार द्वारा निर्देश दिया जाना चाहिए। ठाकुर ने देश में नए सिरे से कृषक परिवारों की गणना कराने की भी मांग की।
बीजू जनता दल के अमर पटनायक ने लैंगिक असमानता को दूर करने के लिए महिला आरक्षण विधेयक लाने समेत कुछ कदम उठाए जाने की मांग सरकार से की। मनोनीत सदस्य राकेश सिन्हा ने शून्यकाल में कहा कि संस्कृति मंत्रालय को राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के जन्मस्थान बेगूसराय में उनके आवास को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करना चाहिए। राकांपा की वंदना चव्हाण ने नदियों में प्रदूषण का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि अशोधित जल के कु्प्रबंधन के कारण नदियों का पानी प्रदूषित होता है और जल शक्ति मंत्रालय को राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के निर्देशानुसार राष्ट्रीय नदी पुनरुद्धार प्रणाली की स्थापना तत्काल करनी चाहिए।
भाजपा की कांता कर्दम ने मेरठ के मां चंडी मंदिर के रामायणकालीन होने का दावा करते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक स्थान की सुरक्षा के लिए सर्वे कराया जाए और परिसर की संपत्ति को बचाने के उपाय करते हुए वहां से अतिक्रमणकारियों को हटाया जाए। भाजपा के महाराजा संजाओबा लेशंबा ने मणिपुर में एक भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) खोले जाने की आवश्यकता बताई। शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी ने आईआईटी, आईआईएम और आईआईएसईआर जैसे संस्थानों में खाली पड़े पदों का उल्लेख करते हुए आसन से अनुरोध किया कि सरकार को इस संबंध में उचित कार्रवाई किए जाने का निर्देश दिया जाए। (भाषा)