हजीरा (गुजरात)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सूरत के हजीरा में लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) की होवित्जर तोप निर्माण इकाई का उद्घाटन किया। भारत की यह पहली निजी निर्माण इकाई होगी, जहां स्वचालित K9 वज्र होवित्जर तोपों का निर्माण किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने होवित्जर तोप की सवारी भी की।
‘एलएंडटी’ ने 2017 में ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत भारतीय सेना को के9 वज्र-टी 155 मिलीमीटर ‘ट्रैक्ड सेल्फ प्रोपेल्ड’ तोप प्रणालियों की 100 इकाइयों की आपूर्ति करने के लिए 4,500 करोड़ रुपए का अनुबंध हासिल किया था।
कंपनी ने इन तोपों के निर्माण के लिए सूरत से करीब 30 किलोमीटर दूर अपने हजीरा स्थित केंद्र में आर्मर्ड सिस्टम्स कॉम्प्लेक्स स्थापित किया है, जहां स्वचालित आर्टिलरी होवित्जर, भविष्य में पैदल सेना से लड़ने वाले वाहनों, भविष्य के लिए तैयार लड़ाकू वाहनों और भविष्य के मुख्य युद्धक टैंकों जैसे उन्नत बख्तरबंद वाहनों का निर्माण किया जाएगा।
विनिर्माण परिसर ‘के9 वज्र-टी 155 मिमी/ 52-कैलिबर ट्रैक्ड सेल्फ-प्रोपेल्ड होवित्जर गन' कार्यक्रम को पूर्ण कर रहा है। ‘के9 वज्र’ अनुबंध में 42 महीनों के अंदर ऐसी 100 प्रणालियों की आपूर्ति शामिल है। यह रक्षा मंत्रालय द्वारा एक निजी कंपनी को दिया गया सबसे बड़ा अनुबंध है। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण भी शनिवार को इस उद्घाटन समारोह में मौजूद थीं।
टैंकों और बंकरों को तबाह कर देगा K9 व्रज : भारत के लिए यह टैंक सामरिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। यह एक किलोमीटर दूरी पर बने दुश्मनों के बंकरों और टैंकों को आसानी से निशाना बनाकर उन्हें ध्वस्त कर सकता है। इस टैंक का वजन 47 टन है। इसमें 5 लोग सवार हो सकते हैं। यह पहली ऐसी तोप है जिसे भारतीय प्राइवेट सेक्टर ने बनाया है। यह टैंक तीन मिनट में 15 राउंट की भीषण गोलीबारी कर सकता है और 60 मिनटों में लगातार 60 राउंट फायरिंग कर सकता है।