हैदराबाद। अलमारियों में ठसाठस भरे नोट... आप और हम तो शायद कागज या किताबें भी इस तरीके से दबा-दबाकर नहीं रखते... लेकिन, यहां अलमारियों में जिस तरह से नोटों का रखा गया था उसे देखकर तो एक पल को ऐसा लग रहा था कि नोटों को भी घुटन होने लगी होगी। हालांकि यह दृश्य देखकर तो आयकर विभाग के अधिकारियों के भी होश उड़ गए थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक आयकर विभाग ने हेटेरो ड्रग्स के परिसरों पर छापेमारी की गई। आयकर विभाग के विभिन्न टीमों ने कंपनी के कॉर्पोरेट कार्यालय, प्रोडक्शन सेंटर्स और Hetero CEO और डायरेक्टर्स के घरों की तलाशी ली।
बताया जा रहा है कि वहां अलमारियां और कमरे कैश से भरे हुए थे। तलाशी के दौरान विभाग को 142 करोड़ रुपए की नकदी मिली। यह कंपनी अधिकांश उत्पादों का निर्यात विदेशों यानी यूएसए, यूरोप, दुबई और अन्य अफ्रीकी देशों में करती है। विभाग ने 6 राज्यों में करीब 50 जगहों पर तलाशी अभियान चलाया था।
इसके साथ ही विभाग द्वारा छापे के दौरान उन ठिकानों की पहचान की गई, जहां खातों की किताबों और नकदी का दूसरा सेट मिला था। विभाग के अधिकारियों को डिजिटल उपकरण, पेन ड्राइव, दस्तावेज आदि भी साक्ष्य के रूप में मिले हैं। इन छापों के दौरान फर्जी और गैर-मौजूद कंपनी से की गई खरीद में गड़बड़ी का भी खुलासा हुआ।
क्या करती है कंपनी : हेटेरो चिकित्सा से जुड़े उत्पाद बनाती है। इसके पास दुनिया भर में 36 अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधाएं हैं। यह कंपनी प्रमुख चिकित्सीय श्रेणियों जैसे एचआईवी एड्स (HIV AIDS), ऑन्कोलॉजी, कार्डियोवस्कुलर, न्यूरोलॉजी, हेपेटाइटिस, नेफ्रोलॉजी आदि के लिए उत्पाद बनाती है। इस कंपनी ने भारत में कोरोनावायरस वैक्सीन (Coronavirus Vaccination), स्पूतनिक-वी (Sputnik V) के निर्माण के लिए रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष के साथ करार किया है। यह कंपनी 7 हजार 500 करोड़ रुपए की है।