प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले की प्राचीर से अपने भाषण में कई मुद्दों पर को छुआ। महंगाई, जीएसटी, सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी से लेकर कश्मीर और तीन तलाक पर भी बोले। मोदी जहां कश्मीरियों को गले लगाने की बात की, वहीं आतंकवादियों के खिलाफ सख्ती की बात भी कही। वादे के मुताबिक मोदी ने अपना भाषण एक घंटे से पहले ही समाप्त कर दिया। आइए, जानते हैं नरेन्द्र मोदी के भाषण की 10 प्रमुख बातें....
नए भारत के लिए संकल्प : नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषण कहा कि टीम इंडिया के लिए न्यू इंडिया के संकल्प का सही समय यही है। हम सब मिलकर एक ऐसा भारत बनाएंगे, जहां गरीब के पास पक्का घर होगा, बिजली होगी, पानी होगा। उन्होंने इसके लिए सही समय पर काम पूरा करने पर बल दिया। उन्होंने कहा- शास्त्रों में कहा गया है- 'अनियत कालाः प्रवृत्तयो विप्लवन्ते' अर्थात सही समय पर अगर कोई कार्य पूरा नहीं किया, तो फिर मनचाहे नतीजे नहीं मिलते। उन्होंने कहा कि न्यू इंडिया लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है। लोकतंत्र सिर्फ मत पत्र तक सीमित नहीं है। न्यू इंडिया का लोकतंत्र ऐसा होगा जिसमें तंत्र से लोक नहीं, लोक से तंत्र चलेगा।
अब भारत जोड़ों : गांधी जी के भारत छोड़ों आंदोलन का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि तब भारत छोड़ो का नारा था, मगर आज भारत जोड़ो का नारा है। उन्होंने कहा कि देश शांति, एकता और सद्भावना से चलता है। सबको साथ लेकर चलना हमारी सभ्यता एवं संस्कृति है।
गले लगाने से परिवर्तन : प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कश्मीर को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा कि मुट्ठीभर अलगाववादी कुछ नहीं कर सकते। ज्यादातर कश्मीरी नौजवान मुख्यधारा में जुड़ रहे हैं। हम कश्मीर को एक बार फिर स्वर्ग बनाएंगे। उन्होंने कहा कि कश्मीर की समस्या हर कश्मीरी को गले लगाने से सुलझेगी। न गाली से, न गोली, परिवर्तन होगा गले लगाने से।
आतंकवाद के मोर्चे पर हम अकेले नहीं : एक तरफ मोदी ने कश्मीरियों को गले लगाने की बात की, वहीं उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ कतई नरमी नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हम अकेले नहीं हैं, हमें पूरे विश्व का सहयोग मिल रहा है। उल्लेखनीय है कि सेना ने कश्मीर में जनवरी से अगस्त माह तक 100 से ज्यादा आतंकवादियों को मार गिराया है।
हम अपनी रक्षा करने में समर्थन : एक तरफ से सीमा पर चीन से भारत का विवाद चल रहा है, वहीं मोदी ने खुले शब्दों में कहा कि भारत अपनी रक्षा करने में समर्थ है और आंतरिक सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। पीओके में भारतीय सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक से दुनिया को हमारी ताकत के बारे में पता चला।
जीएसटी से आएगी पारदर्शिता : वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) पर बोलते हुए मोदी ने कहा कि जीएसटी से ट्रांसपोर्ट की क्षमता 30 फीसदी तक बढ़ गई है। इतना ही नहीं जीएसटी जीएसटी के बाद चेक पोस्ट खत्म होने से समय की भी काफी बच हुई है। इससे व्यापार व्यवसाय में पारदर्शिता भी आएगी।
नोटबंदी बड़ा फैसला : प्रधानमंत्री ने नोटबंदी का भी अपने भाषण में उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद 3 लाख करोड़ बैंकों में आए। देशवासियों की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा कि लोगों के धैर्य के कारण ही नोटबंदी सफल रही। दूसरी ओर कुछ लोग नोटबंदी के बाद यह कहने में भी नहीं चूके कि अब तो मोदी गया।
काला धन : मोदी ने कहा कि नोटबंदी के फैसले से काला धन रखने वालों की भी कमर टूट गई। इस दौरान तीन लाख फर्जी कंपनियों की पहचान हुई। काले धन के अवैध कारोबारी इस तरह की कंपनियों का संचालन करते थे। पौने दो लाख के लगभग शैल कंपनियों के ऑफिसों पर ताले लग गए। उन्होंने कहा कि 18 लाख ऐसे लोगों की पहचान हुई है, जिनकी आय घोषित आय से ज्यादा है। दो लाख करोड़ तक कालाधन बैंकों में जमा हुआ है। यह धन शक के दायरे में है। भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए सरकार के प्रयास जारी है।
तीन तलाक : नरेन्द्र मोदी ने परोक्ष रूप से संदेश दिया कि तीन तलाक का मुद्दा ठंडा नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि तीन तलाक की पीड़ित बहनों ने आंदोलन खड़ा किया। तीन तलाक के खिलाफ लड़ने वाली बहनों का मैं अभिनंदन करता हूं। पूरा देश उनकी मदद करेगा। उन्होंने कहा कि भविष्य निर्माण में माताओं-बहनों का योगदान अहम होता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन तलाक से पीड़ित महिलाओं के आंदोलन ने बुद्धिजीवियों को हिला दिया है। उन्होंने विश्वास जताया कि बहनों की इस लड़ाई में हिंदुस्तान उनकी पूरी मदद करेगा। परोक्ष रूप से गोहत्या के नाम पर विवाद पैदा करने वाले लोगों पर मोदी ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आस्था के नाम पर हिंसा देश स्वीकार नहीं करेगा। सांप्रदायिकता पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि जातिवाद और संप्रदायवाद से देश का भला नहीं होगा।
महंगाई : नरेन्द्र मोदी ने कहा कि महंगाई पर नियंत्रण करने में हम सफल रहे हैं। महंगाई घटने से लोगों की बचत भी बढ़ी है। हालांकि हकीकत में देखें तो जीएसटी के बाद ज्यादातर सामान लोगों को ज्यादा कीमत ही चुकानी पड़ रही है। इससे लोगों के व्यापार व्यवसाय पर भी नकारात्मक असर पड़ा है। उन्होंने डिजिटल इंडिया की बात करते हुए लोगों से अपील की कि हमें कम कैश वाली अर्थव्यवस्था के साथ आगे बढ़ना चाहिए।