नई दिल्ली। लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प एवं उसके बाद हुई बातचीत के बाद चीन अपनी सेना को पीछे हटाने के लिए राजी हो गया है। इसे भारत की कूटनीतिक जीत के तौर पर देखा जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक सोमवार को मोल्डो में 11 घंटे तक दोनों देशों के बीच बातचीत चली थी। इसके बाद ही खबर आ रही है कि चीन अपने सैनिकों को पीछे हटाने के लिए तैयार है। दोनों देशों की सैनिक पीछे हटेंगे।
दूसरी ओर, भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे मंगलवार को लेह-लद्दाख के दौरे के लिए रवाना हुए हैं। भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच उनके दौरे को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई खूनी झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। इनमें कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष बाबू भी शामिल थे। दूसरी ओर, चीन की ओर से भी 40 से ज्यादा सैनिक हताहत हुए। हालांकि इसको लेकर यह अधिकृत जानकारी सामने नहीं आई कि चीन के कितने सैनिक मारे गए थे और कितने गंभीर रूप से घायल हुए थे।