जम्मू। पाकिस्तान से सटी 814 किमी लंबी एलओसी (LoC) के विभिन्न सेक्टरों में पाक सेना युद्ध के समान परिस्थितियों को पैदा किए हुए है। गोलों की बरसात के बीच अब उसने कई सेक्टरों में छोटे मिसाइलों का इस्तेमाल भी खुलकर करना आरंभ किया है। यह बात अलग है कि जवाबी कार्रवाई में इस ओर से भी होने वाला मिसाइलों का इस्तेमाल उसे जबरदस्त क्षति पहुंचा रहा है।
अखनूर सेक्टर के केरी बट्टल इलाके में पाक सेना ने आतंकियों को इस ओर धकेलने की मंशा से गोलाबारी ओर मिसाइलें दागने के बावजूद मुंह की खाई है। जवाबी कार्रवाई में केरी बट्ल के सामने पाकिस्तान की ओल्ड काकड़ी व न्यू काकड़ी पोस्टों पर उसके कई सैनिक मारे गए और घायल हो गए। संख्या की अधिकारिक पुष्टि होना बाकी है।
जानकारी के लिए इस समय भारतीय सेना का हौसला बुलंद है। ऐसे में उसकी सटीक गोलाबारी व मिसाइलों के हमले से पाक चौकियों को नुकसान पहुंचा है। इनमें आतंकियों की घुसपैठ करवाने के लिए एलओसी पार आतंकियों के कुछ लांचिंग पैड भी हैं।
इसी का बदला लेने के लिए पाक सेना ने बुधवार को भी गोलाबारी की और आज भी मिसाइल दागे। इस दौरान भारतीय सेना के 3 जवान घायल हो गए व सेना की दो खच्चरें भी इस गोलाबारी में मारी गई। इस गोलाबारी का भी करार जवाब दिया गया जिससे दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचा है। सैन्य सूत्रों के अनुसार कड़ी जवाबी कार्रवाई से सीमा पार पाकिस्तान के सैनिकों का मनोबल गिरा हुआ है। ऐसे में उसके सैनिक बड़ी हिम्मत जुटाने के बाद गोलाबारी करते हैं।
सेना के पीआरओ डिफेंस जम्मू लेफ्टिनेंट कर्नल देवेन्द्र आनंद का कहना है कि पाकिस्तान एलओसी के हालात बिगाड़ने की मंशा से गोलाबारी करता है। उसके मंसूबों को नाकाम बनाने के लिए सेना की ओर से हरसंभव कार्रवाई की जा रही है।
आज पाकिस्तान की ओर से दागे गए 52 एमएम मोर्टार के गोले केरी, बट्टल, बलडोह गांवों में खेतों में गिरने से लोगों में दहशत का माहौल है। खेतों से कुछ ही दूरी पर लोगों के घर हैं। ऐसे में जब पाकिस्तान गोलाबारी की रेंज बढ़ाकर 82 एमएम के मोर्टार दागता है तो लोगों के घर भी इस गोलाबारी की रेंज में आ जाते हैं।