नई दिल्ली। भारत ने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए गुरुवार को कहा कि 2003 में हुए संघर्ष विराम समझौते का पालन करने और संयम बरतने की लगातार मांग के बावजूद पाकिस्तानी बल घुसपैठियों की मदद के लिए गोलीबारी (कवर फायर) करते हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि आतंकवादियों की लगातार घुसपैठ और आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हथियारों का इस्तेमाल बिना रूके जारी है। उन्होंने एक ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर तैनात पाकिस्तानी बलों के समर्थन के बिना ऐसी गतिविधियां संभव नहीं हैं।
उन्होंने कहा, संयम बरतने और शांति बनाए रखने के लिए 2003 में हुए संघर्ष विराम समझौते का पालन करने की लगातार मांग के बावजूद पाकिस्तानी बल घुसपैठियों की मदद के लिए गोलीबारी करते हैं।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारियों को विदेश मंत्रालय ने 14 नवंबर को तलब किया था और 13 नवंबर को जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास कई सेक्टरों में पाकिस्तानी बलों द्वारा बिना उकसावे के संघर्ष विराम का उल्लंघन करने पर कड़ा विरोध दर्ज कराया गया था। इन घटनाओं में चार असैनिक नागरिकों की मौत हो गई थी और 19 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
श्रीवास्तव ने कहा, भारत ने सीमा पार से भारत में आतंकवादियों की घुसपैठ में पाकिस्तान के निरंतर समर्थन का भी कड़ा विरोध किया है। पाकिस्तान को एक बार फिर उसके कब्जे वाले स्थान का भारत के खिलाफ आतंकवाद के लिए इस्तेमाल नहीं करने की उसकी द्विपक्षीय प्रतिबद्धता की याद दिलाई गई।
भारत ने गिलगित बाल्टिस्तान क्षेत्र में चुनाव कराने के लिए पाकिस्तान की निंदा की और कहा कि इसका मकसद क्षेत्र पर पाकिस्तान के अवैध कब्जे को छिपाना है। श्रीवास्तव ने कहा कि गिलगित बाल्टिस्तान 1947 से भारत का अभिन्न हिस्सा है।(भाषा)