नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि ओडिशा के तटीय जिला बालेश्वर में एक समेकित परीक्षण केंद्र से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का मंगलवार को लगातार दूसरे दिन सफल परीक्षण किया गया। इस परीक्षण का मकसद इस मिसाइल की मियाद 10 से बढ़ाकर 15 साल करना था।
मंत्रालय ने बताया कि मिसाइल का परीक्षण एक चलंत स्वायत्त लांचर से दोपहर करीब पौने बारह बजे किया गया। यह अपने निर्धारित मार्ग से सफलतापूर्वक गुजरा और अपने मिशन के लक्ष्य को पूरा किया।
ब्रह्मोस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक सुधीर मिश्रा ने बताया कि इस परीक्षण के जरिए ईंधन प्रबंधन प्रणाली और अन्य मेटालिक एयरफ्रेम कलपुर्जों सहित अहम स्वदेशी पुर्जे मिसाइल का हिस्सा बनाने के लिए खरा उतरे। ब्रह्मोस भारत और रूस का संयुक्त उद्यम है।
रक्षा सूत्रों ने बताया कि इस परीक्षण के जरिए ‘मेक इन इंडिया’ के तहत स्वदेश निर्मित बड़ी उप प्रणालियों की जांच की गई।