भारतीय सैनिकों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) के दो जवानों को मार गिराया। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों भारतीय सैनिकों के सिर काटने की घटना में बैट का ही हाथ था।
शुक्रवार सुबह आठ बजकर 40 मिनट पर सेना के गश्ती दल पर जब हमला किया तो सेना के जवानों ने इन पाक हमलावरों को मार गिराया। ये घटना झेलम नदी के दक्षिण में हुई। जब ये हमलावर एलओसी के 700 मीटर अंदर आ गए थे।
जब सेना ने जवाबी करवाई की तो ये वापस पाक पोस्ट की ओर भागने लगे। इसके बाद एलओसी से 200 मीटर अंदर इन बैट के सदस्यों को सेना ने मार गिराया। मारे गए हमलावर के शव और हथियार भी बरामद कर लिए गए है। इनके पास से एक एके 47, एक पिस्टल और भारी तादाद मे गोला-बारूद मिला है। ये दोनों पठानी सूट पहने थे और शॉल भी लिए थे। फिलहाल इलाके में तलाशी अभियान चल रहा है।
खुफिया एजेंसियों ने सेना को बैट हमले की प्लानिंग की पहले ही सूचना दी थी, जिसके मद्देनजर सुरक्षा बलों ने भी सीमा पर चौकसी बढ़ा रखी थी। हाल के महीनों में पाकिस्तानी सेना के बैट दस्ते से निपटने के लिए सेना ने अब नई योजना बनाई है और उसके नापाक मंसूबों को नाकाम करने के लिए सेना ने स्थानीय कमांडरों को खास निर्देश जारी किए हैं।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बैट हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि सतर्क जवानों ने पाकिस्तानी हमलावरों को वापस मार भगाया है। दो हमलावर मारे गए हैं और उनके शव वहीं एलओसी पर नोमैन्स लैंड में पड़े हैं।
उड़ी स्थित संबधित सूत्रों ने बताया कि यह बैट हमला सुबह चौकस और कीकर चौकी के बीच से बहने वाले एक नाले के पास बनी निगरानी पोस्ट पर हुआ था, लेकिन निगरानी पोस्ट और उसके पास ही नाका लगाकर बैठे जवानों ने बैट दस्ते के हमले का मुंह तोड़ जवाब दिया।
उन्होंने बताया कि हमलावरों की संख्या पांच से सात थी। जवानों की जवाबी कार्रवाई में बैट दस्ते के पांव जल्द उखड़ गए और उसे वापस भागना पड़ा। जवानों ने बैट दस्ते का पीछा भी किया और दो हमलावरों को मार गिराया। बैट के कुछ अन्य सदस्य जख्मी भी हुए हैं।
इस हमले के बाद उड़ी सेक्टर के अंतर्गत गुलमर्ग व रामपुर सब सेक्टर में ही नहीं नौगाम, हंडवाड़ा, मच्छेल, करनाह व टंगधार व गुरेज में भी चौकसी बढ़ा दी गई है। फिलहाल, उड़ी सेक्टर में जहां यह हमला हुआ है, उस पूरे इलाके में सेना के जवानों ने सघन तलाशी अभियान जारी रखा हुआ है।
घुसपैठ की ये कोशिश 25 दिन पहले उस घटना के बाद सामने आई जब दो भारतीय जवानों को मार दिया गया और उनके पार्थिव शरीर के साथ बर्बरता की गई थी। तब बैट के ही जवान भारतीय सीमा में तकरीबन 250 मीटर तक घुस आए थे। कृष्णा घाटी सेक्टर की इस घटना को अंजाम देने के लिए पाकिस्तानी सेना ने उनको कवरिंग फायर दिया था।
पिछले दिनों रक्षामंत्री अरुण जेटली के कश्मीर दौरे के दौरान उन्होंने सेना के जवानों को कहा था कि पाक को करारा जवाब देने के लिए तैयार रहें। आपको ये बता दें कि पाक की बॉर्डर एक्शन टीम यानी कि बैट ऐसी टीम है जिसमें पाक सैनिक और आतंकी होते हैं। इनका काम मौका मिलते ही एलओसी पर भारतीय सेना के जवानों पर घात लगाकर हमला करना होता है। सीमा पर जितने भी जवानों के शव के साथ छेड़छाड़ हुई है उसके पीछे बैट का ही हाथ होता है।