विशाखापत्तनम। भारतीय तटरक्षक देश के पूर्वी तट पर विकसित हो रहे चक्रवातीय तूफान 'यस' के कारण उत्पन्न हो सकने वाली संभावित चुनौतियों से निपटने की तैयारी में जुटे हैं। तटरक्षक द्वारा शनिवार को जारी बयान के अनुसार, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि उत्तरी अंडमान सागर और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी में 22 मई को बना कम दबाव का क्षेत्र 24 मई तक चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है।
'यस' के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 26 मई तक ओडिशा-पश्चिम बंगाल पहुंचने की संभावना है। तटरक्षक ईस्टर्न सीबोर्ड ने चक्रवात के मद्देनजर एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। ईस्टर्न सीबोर्ड में तटरक्षक स्टेशन, जहाज और विमान हाईअलर्ट पर हैं।
वहीं पश्चिम बंगाल में चक्रवातीय तूफान के मद्देनजर कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट (श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह) भी तैयारियों में जुटा हुआ है। बंदरगाह जानमाल, जहाजों तथा अन्य संपत्ति के नुकसान से बचने के लिए पर्याप्त व्यवस्था कर रहा है।
बंदरगाह के अध्यक्ष विनीत कुमार ने कहा कि बंदरगाह के अधिकारियों से कहा गया है कि वे सुनिश्चित करें कि चक्रवातीय तूफान के यहां पहुंचने से पहले सभी जहाजों के लंगर पड़ जाएं और कोई भी जहाज नदी की गोदी में न रहे। उन्होंने बताया कि कोलकाता डॉक सिस्टम और हल्दिया डॉक सिस्टम कॉम्पलेक्स में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं।(भाषा)