कोलकाता। मौसम विज्ञान विभाग ने गुरुवार को कहा कि 22 मई को बंगाल की खाड़ी के पूर्वी मध्य हिस्से पर एक कम दबाव का क्षेत्र बनेगा, जो चक्रवाती तूफान में बदल सकता है और 26 मई को ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों से टकरा सकता है। इसके बाद अम्फान जैसे एक और तूफान की आशंका गहरा गई है।
क्षेत्रीय मौसम निदेशक जीके दास ने बताया कि 25 मई से बंगाल के कई इलाकों में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है और कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। वर्षा की तीव्रता खासकर गंगा की पट्टी पर आहिस्ता-आहिस्ता बढ़ सकती है। विभाग ने समंदर के अशांत रहने की चेतावनी दी है।
पश्चिम बंगाल के मछुआरों को 23 मई से कुछ दिनों के लिए समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है और जो समंदर में चले गए हैं, उनसे लौटने की गुजारिश की गई है। भारतीय तटरक्षक बल ने कहा कि वह बंगाल की खाड़ी में घटनाक्रम पर करीब से निगाह रख रहा है और उसने निवारक उपाय किए हैं।
इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों, जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों के साथ गुरुवार को उच्चस्तरीय बैठक की और चक्रवात आने की स्थिति में तैयारियों का जायजा लिया। पिछले साल मई के तीसरे हफ्ते में बंगाल में अम्फान सुपर चक्रवात आया था जिसमें 98 लोगों की मौत हो गई थी और काफी नुकसान हुआ था। (भाषा)