नई दिल्ली/तिरुवनतंपुरम। विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा कि भारत की एक नर्स कोरोना वायरस से पीड़ित पाई गई है और उसका इलाज सऊदी अरब में चल रहा है। हालांकि यह वायरस चीन के शहर वुहान में फैसे वायरस से अलग है।
पीड़ित नर्स और उसकी करीब 100 सहकर्मियों की जांच की गई थी। इनमें से ज्यादातर नर्स केरल की हैं। विदेश राज्यमंत्री ने कहा कि पीड़ित नर्स का इलाज असीर नेशनल हॉस्पिटल में चल रहा है और वह स्वस्थ हो रही है।
एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि करीब 100 भारतीय नर्स (जिनमें से ज्यादातर केरल की हैं, अल-हयात अस्पताल में) काम कर रहीं थी और उनकी जांच की गई। सिर्फ एक नर्स कोरोना वायरस से पीड़ित पाई गई। असीर नेशनल हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है और वह स्वस्थ हो रही है।
मुरलीधरन ने बताया कि उन्होंने जेद्दा में भारतीय वाणिज्य दूतावास से संपर्क किया है। उन्होंने कहा कि दूतावास के लोग अस्पताल प्रबंधन और सऊदी के विदेश मंत्रालय के संपर्क में हैं। हमने अपने दूतावास से सभी संभव सहायता पहुंचाने के लिए कहा है।
कोरोना वायरस क्या है : WHO के मुताबिक कोरोना वायरस सी-फूड से जुड़ा है। कोरोना वायरस विषाणुओं के परिवार का है और इससे लोग बीमार पड़ रहे हैं। यह वायरस सांप, ऊंट, बिल्ली तथा चमगादड़ सहित कई पशुओं में भी प्रवेश कर रहा है। दुर्लभ स्थिति में पशु मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकते हैं। इस वायरस का मानव से मानव संक्रमण वैश्विक स्तर पर कम है। इस वायरस का अभी कोई ज्ञात उपचार नहीं है। सांस संबंधी दूसरी बीमारियों की तरह ही बुखार, खांसी और सांस लेने में दिक्कत इस संक्रमण के लक्षण हैं। यह न्यूमोनिया का कारण भी बन सकता है।
क्या बोला जेद्दा में भारतीय दूतावास : जेद्दा में भारतीय दूतावास ने यह स्पष्ट किया है कि वह नर्स कोरोनावायरस-सीओवी से पीड़ित हैं। वह 2019-एनसीवो (वुहान) से पीड़ित नहीं हैं।
दूतावास ने कहा कि वह सभी से आग्रह करता है कि गलत जानकारी साझा करने से बचें। कोरोनावायरस-सीओवी के पहले मामले की पहचान सऊदी अरब में 2012 में हुई थी जबकि वुहान का कोरोना वायरस नोवेल वन यानी यह एकदम नया है।
केरल सीएम की केंद्र को चिट्ठी : केरल के स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने गुरुवार को कहा कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस मुद्दे केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखी है। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने चिट्ठी में कहा कि सऊदी अरब के अजीर आबा अल हयात अस्पताल में भारतीय नर्सों के बीच कोरोना वायरस का संक्रमण गंभीर है। इस मामले में जरूरी कदम उठाया जाना चाहिए।