नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने यात्रियों की खान-पान संबंधी सुविधाओं का ख्याल रखने के लिए एक नया कदम उठाया है जिसके जरिए सफर कर रहे यात्रियों को क्षेत्रीय या स्थानीय व्यंजनों का विकल्प मुहैया कराया जा सकेगा।
रेलवे ने एक बयान जारी कर बताया कि इसके लिए आईआरसीटीसी ने डिलीवरी सेवा देने वाले त्रापिगो और श्री महालक्ष्मी स्वयं सहायता बचत घाट (रत्नागिरि) के साथ साझेदारी की है। त्रापिगो आईआईटी-आईआईएम और निफ्ट स्नातकों का एक स्टार्टअप है, जो आखिरी मंजिल तक खाद्य सामग्री पहुंचाने वाला एक बिजनेस टू बिजनेस लॉजिस्टिक सेवा प्रदाता है।
बयान में बताया गया कि शहर के बढ़िया रेस्तरां से गर्म और ताजे खाने की भरोसेमंद डिलीवरी के लिए त्रापिगो डिलीवरी करने वाले लड़कों के अपने दस्ते के साथ इसके क्रियान्वयन की गारंटी लेता है। आईआरसीटीसी की ई-केटरिंग वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट इकेटरिंग डॉट को डॉट इन या फूड ऑन ट्रैक एप के जरिए दिए गए ऑर्डर की डिलीवरी त्रापिगो द्वारा 15 रुपए के नाममात्र शुल्क पर कराई जाएगी।
इसमें बताया गया कि इस नई साझेदारी ने प्रायोगिक आधार पर नागपुर से काम करना शुरू कर दिया है और बाद में इसे नई दिल्ली, इटारसी, झांसी और भोपाल जैसे उत्तर-मध्य पट्टी के शहरों तक विस्तार दिया जाएगा। स्वयं सहायता समूह श्री महालक्ष्मी स्वयं सहायता बचत घाट ने यात्रियों को प्राकृतिक तौर पर पके जैविक आमों को यात्रियों को बेचने में दिलचस्पी दिखाई है। (भाषा)