India clear message to Pakistan: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा भारत के साथ बातचीत की इच्छा जाहिर करने के भारत ने बातचीत से सीधे इंकार तो नहीं किया, लेकिन दो टूक शब्दों में कहा कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान से बातचीत उसी स्थिति में होगी जब वह POK (पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर) को खाली कर दे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसलवाल ने गुरुवार को कहा कि जहां तक पाकिस्तान के साथ हमारे संबंधों का सवाल है, हमारा रुख पूरी तरह से स्पष्ट है। जायसवाल ने कहा कि कोई भी संबंध द्विपक्षीय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम इस बात को एक बार फिर दोहराना चाहेंगे किआतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते हैं।
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कुख्यात आतंकवादी भारत को सौंपे पाकिस्तान : जायसवाल ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को उन सभी कुख्यात आतंकवादियों को भारत को सौंपना होगा, जिनके रिकॉर्ड और सूची हमने कुछ साल पहले उसे सौंपी थी। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर पर भी बातचीत उसी स्थिति में होगी, जब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पूरी तरह से खाली हो जाएगा, पाकिस्तान यह इलाका हमें सौंप देगा। उल्लेखनीय है कि लश्कर सरगना हाफिज मोहम्मद सईद, जैश ए मोहम्मद का मुखिया मसूद अजहर, मुंबई धमाकों का आरोपी दाऊद इब्राहिम समेत अन्य आतंकवादी पाकिस्तान में ही मौजूद हैं।
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सिंधु जल समझौता : सिंधु नदी जल समझौता रद्द करने के मामले में रणधीर जायसवाल ने पीएम मोदी को उद्धृत करते हुए कहा कि जब तक सीमा पार से आतंकवाद को समर्थन मिलता रहेगा, तब तक यह संधि निलंबित ही रहेगी। क्योंकि पानी और खून एक साथ नहीं बह सकता। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ हुई किसी भी चर्चा में व्यापार या टैरिफ का मुद्दा नहीं उठाया गया। जायसवाल ने यह भी स्पष्ट किया है कि युद्धविराम पर फैसला दोनों देशों (भारत और पाकिस्तान) के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स (DGMO) के बीच सीधे संपर्क के माध्यम से लिया गया था।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala