भारत और चीन के बीच लंबे समय से तनातनी जारी है। दोनों के बीच आए दिन हिंसक घटनाएं होती रही हैं। ऐसे में भारत और अमेरिका के बीच युद्धोभ्यास की तैयारी हो तो इसे क्या समझा जाए। दरअसल, भारत और अमेरिका की सेनाएं इसी महीने एलएसी के करीब उत्तराखंड के औली में हाई-आल्टिट्यूड मिलिट्री एक्सरसाइज करने जा रही हैं। यह पहली बार नहीं है जब भारत और अमेरिका इस तरह का अभ्यास कर रहे हैं। यह दोनों सेनाओं के बीच साझा युद्धाभ्यास का 15वां मौका है। इस खबर के बाद रिपोर्ट बताती है कि चीन अब और ज्यादा अलर्ट हो गया है।
भारत और अमेरिका की सेनाओं के बीच हर साल होने वाली एक्सरसाइज को 'युद्धाभ्यास' कहा जाता है। यह एक भारत में और एक साल अमेरिका में होती है। पिछली बार ये युद्धाभ्यास अमेरिका के अलास्का में हुआ था। इस साल भारत में होनी जा रही है। ये मिलिट्री एक्सरसाइज 15 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच होगी।
दोनों देशों के बीच युद्धाभ्यास की खबर के बाद चीन टेंशन में आ गया है और अलर्ट हो गया है। बता दें कि उत्तराखंड के औली में करीब 10 हजार फीट की ऊंचाई पर है और यहां से लाइन ऑफ कंट्रोल यानी एलएसी करीब 100 किलोमीटर की दूरी पर है। उत्तरांखड से सटी एलएसी भारतीय सेना के सेंट्रल सेक्टर का हिस्सा है।
उल्लेखनीय है कि एलएसी का यह इलाका भारत और चीन के बीच लंबे समय से विवादित रहा है। इस इलाके में भी चीन की सैन्य गतिविधियां बढ़ने की खबरें आए दिन आती रहती हैं। यही वजह है कि अक्टूबर के महीने में भारत और अमेरिका के बीच होने वाली मिलिट्री एक्सरसाइज बहुत खास है और चीन भी इस पर नजर बनाए हुए है।
बता दें कि गलवान घाटी में 2020 में भारत और चीन की सेनाओं में झड़प हुई थी। ये करीब 14 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस युद्धाभ्यास की मदद से भारत अपनी हाई एल्टिट्यूड मिलिट्री वॉरफेयर की रणनीति अमेरिका से शेयर करेगा। वहीं, अमेरिकी सेना भी अलास्का जैसे बेहद ही सर्द इलाकों में तैनात रहती हैं, जहां 12 महीने बर्फ रहती है। ऐसे में अमेरिका अपने हाई ऑल्टिट्यूड स्ट्रेटेजी भारतीय सेना के साथ साझा करेगी।
Edited By Navin Rangiyal