नई दिल्ली। आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया कि भारतीय आईटी क्षेत्र की मौजूदगी 86 देशों के 200 शहरों में है और इसका कुल कारेाबार 8.4 लाख करोड़ रुपए का है। प्रसाद ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह क्षेत्र 37 लाख लोगों को सीधे तौर पर रोजगार दे रहा है। इसके अलावा एक करोड़ लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से भी रोजगार मिला है।
उन्होंने बताया कि पिछले दो साल में इस सेक्टर ने दो लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया है जिसमें एक तिहाई महिलाएं हैं। प्रसाद ने कहा कि भारत इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण केंद्र (हब) के रूप में उभर रहा है और देश को 1.26 लाख करोड़ रुपए के प्रस्ताव मिले हैं। उन्होंने कहा कि भारत मोबाइल फोन का भी विनिर्माण हब बन रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल में मोबाइल फोन की 72 इकाइयां स्थापित हुई हैं जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से करीब दो लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा रही हैं।
उन्होंने कहा कि आंकड़ों के अनुसार आईटी क्षेत्र में अभी 37 लाख कार्यबल हैं और 2019 तक इसके बढ़कर 43 लाख हो जाने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि कार्यबल की प्रशिक्षण आवश्यकताओं को पूरा करने की दिशा में कदम उठाए गए हैं और विभिन्न संस्थानों द्वारा प्रशिक्षण मुहैया कराया जा रहा है। (भाषा)