नई दिल्ली। उत्तर पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर हुए दंगे को लेकर दिल्ली पुलिस की जांच लगातार जारी है। दिल्ली पुलिस बवाल मचाने वाले साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार कर रही है। पुलिस ने शनिवार को हुई घटना के सिलसिले में अब तक 23 लोगों को गिरफ्तार किया है और 2 नाबलिग भी पकड़े गए हैं। दूसरी ओर, विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के खिलाफ भी बिना अनुमति शोभायात्रा निकालने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
असलम अंसार मास्टरमाइंड : दिल्ली पुलिस के मुताबिक अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों में मोहम्मद असलम अंसार भी शामिल है, जिस पर दिल्ली पुलिस के एक उपनिरीक्षक पर गोली चलाने का आरोप है। उसके पास से घटना में इस्तेमाल की गई पिस्तोल भी मिली है। अंसार इस साजिश का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। जांच में खुलासा हुआ है कि अंसार को पता था कि जुलूस कौनसे रास्ते से निकलने वाला है। कोर्ट में पेशी के दौरान अंसार ने मीडिया के सामने फिल्म 'पुष्पा' का सिग्नेचर स्टेप करके अकड़ बताई थी। मीडिया के सामने भी उसने दंगा करने की बात कबूल की थी।
बोतलें देने वाला कबाड़ी : दंगाइयों को हमला करने के लिए बोतलें उपलब्ध कराने के आरोप में 36 वर्षीय एक व्यक्ति को सोमवार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक आरोपी शेख हमीद कबाड़ का कारोबारी है और जहांगीरपुरी का ही रहने वाला है। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने कांच की बोतलें सप्लाई की थीं जो भीड़ पर फेंकी गई थीं। आरोपी परिवार का कहना है कि हामिद बेकसूर है, उसका इस दंगों से कोई लेना-देना नहीं है।
सोनू चिकना ने चलाई थी गोली : पुलिस ने सोनू शेख उर्फ सोनू चिकना को गिरफ्त में लिया है। सोनू का नाम इस हिंसा में प्रमुख रूप से सामने आ रहा है। सोनू पर शोभायात्रा पर गोली चलाने का आरोप है। सोनू चिकना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। उसमें नीला कुर्ता पहने एक व्यक्ति फायरिंग कर रहा है। पुलिस का कहना है कि वह सोनू चिकना ही है। सोमवार को उसकी तलाश में पुलिस की टीम जहांगीरपुरी में उसके घर गई थी। पुलिस की टीम जब सोनू के परिजनों से पूछताछ के लिए पहुंची तो परिवार के लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया। हालांकि पुलिस ने इसे पथराव न कहते हुए मामूली घटना माना है। बताया सोनू के परिवार की एक महिला को भी हिरासत में लिया गया है।
कैसे भड़की थी हिंसा की आग : दिल्ली के उत्तर पश्चिमी इलाके जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर निकली शोभायात्रा पर पथराव के बाद हिंसा भड़की थी। इसमें कई दुकानों में लूटपाट हुई, सड़क किनारे खड़े वाहन फूंक दिए गए। दिल्ली पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर को गोली मारकर घायल कर दिया गया।
पुलिस ने बड़ी मुश्किल से हालातों पर काबू पाया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हिंसा भड़काने के आरोप लगाए। दंगे के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए। इसमें एक पक्ष के लोग दूसरे पक्ष पर पथराव और हथियारों से हमला करते हुए दिखाई दिए। दिल्ली पुलिस के बाद पूरे मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई।