नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस को यहां जहांगीरपुरी में हुई हिंसा मामले में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। शनिवार को जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर निकाली गयी शोभायात्रा के दौरान दो समुदायों के लोगों के बीच झड़प हो गई थी। इसमें एक स्थानीय व्यक्ति और 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने चौथी एफआईआर दर्ज की। सोनू चिकना के खिलाफ आर्म्स एक्ट में एफआईआर दर्ज की गई है। सोनू चिकना फायरिंग का आरोपी है। उसका फायरिंग करते वीडियो वायरल हुआ था। दो अन्य आरोपी असलम और अंसार की रिमांड भी 2 दिन बढ़ गई है।
हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान शनिवार को जहांगीरपुरी में 2 समुदाय के लोगों के बीच झड़प हो गई थी जिसमें एक आम नागरिक और 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय गृह मंत्री ने दिल्ली पुलिस को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने सोमवार को बताया कि हिंसा मामले में अब तक दो समुदायों के 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले की जांच अपराध शाखा को सौंपी गयी है और इसके लिए 14 टीमें बनाई गई हैं।
दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा कि हमने न सिर्फ जहांगीरपुरी में, बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी पर्याप्त बल तैनात किया है। हम निगरानी के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करेंगे और हालात की निगरानी यह सुनिश्चित करने के लिए कर रहे हैं कि भविष्य में कोई अप्रिय घटना न हो।
क्षेत्र में तैनाती के बारे में पूछे जाने पर अस्थाना ने कहा कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती , जहांगीरपुरी सहित संवेदनशील इलाकों में यह कवायद जारी रहेगी। इस दौरान सड़क पर कुछ स्थानीय लोग ही कभी-कभार दिखाई दे रहे हैं। पूरे क्षेत्र में अवरोधक लगाए गए हैं और पुलिस लोगों से अन्य मार्गों से जाने के लिए कह रही है। पुलिस ने अवरोधकों के निकट ही टेंट भी लगाए हैं। एक मस्जिद से 200 मीटर की दूरी पर स्थित जी ब्लॉक में कुछ दुकानें खुली दिखाई दीं।
500 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात : उत्तर पश्चिमी दिल्ली के हिंसाग्रस्त जहांगीरपुरी इलाके में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल के जवानों को तैनात किया गया है, इनमें दंगा रोधी बल के जवान भी शामिल हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 24 घंटे क्षेत्र में 500 से अधिक पुलिसकर्मी और अतिरिक्त बलों की छह कंपनियां तैनात हैं।
अधिकारी ने बताया कि कुल 80 आंसू गैस दल और पानी की बौछार करने वाले दलों को तैनात किया गया है। संवेदनशील इलाकों में छतों की निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए सभी वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं।