कोच्चि। जब से दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम आए हैं और कांग्रेस की बुरी तरह से हार हुई है, तब से ही पार्टी में विचार मंथन जारी है तथा सिर-फुटौव्वल की नौबत भी आ गई है। आरोप-प्रत्यारोप व हाईकमान पर उंगली उठाने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में गुरुवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने पार्टी की हार के बाद पार्टी के काम करने के तरीके को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने तो कांग्रेस की तुलना कोरोना वायरस से भी कर डाली।
जयराम रमेश ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में हुई कांग्रेस की हार के बाद पार्टी के काम करने के तरीके को लेकर खुलकर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कोच्चि में आयोजित पुस्तक मेले में हार पर चिंतन करते हुए कहा कि नेताओं को खुद में नयापन लाना होगा और अगर कांग्रेस के अस्तित्व को बचाना है तो पार्टी नेताओं को खुद में नयापन लाना होगा।
उन्होंने कहा कि सत्ता से 6 साल दूर रहने के बाद भी हम में से कुछ लोग मंत्रियों-सा बर्ताव कर रहे हैं, जो कि ठीक नहीं है तथा कांग्रेस की हार कोरोना वायरस जैसी हो गई है जिसका कि कोई इलाज नहीं है। उन्होंने कहा कि अब वह समय आ गया है कि कांग्रेस आत्म अवलोकन करे ताकि पार्टी को फिर से खड़ा किया जा सके। वैसे जयराम नरेश से पहले मल्लिकार्जुन खड़गे, शर्मिष्ठा मुखर्जी जैसे नेता पार्टी की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल खड़े कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने शाहीन बाग में नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे विरोध का इस्तेमाल वोटों को बांटने में किया है, लेकिन भाजपा जरूर नहीं जीती लेकिन कांग्रेस के नतीजे भी कोई अच्छे नहीं रहे। स्मरण रहे कि कांग्रेस दिल्ली विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर हार गई है तथा उसके 63 उम्मीदवारों की जमानत भी जब्त हो गई है।