नई दिल्ली। कांग्रेस ने थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित थोक महंगाई सितंबर में नकारात्मक बने रहने की ओर ध्यान दिलाते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि त्योहारों के मौसम में महंगाई ने गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवारों का जीना मुहाल कर दिया है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इसकी कोई चिंता नहीं है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित थोक महंगाई भारत में सितम्बर के दौरान लगातार छठे महीने नकारात्मक बनी रही। सितम्बर में यह शून्य से 0.26 प्रतिशत नीचे रही।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट किया, 'महंगाई ने गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों का जीना मुहाल कर दिया है। लेकिन प्रधानमंत्री को इसकी कोई चिंता नहीं है। दाल-दूध जैसी दैनिक आवश्यकता की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं, जिसके कारण यह त्योहारी सीजन भी फीका साबित हो रहा है।
उन्होंने सवाल किया कि ऐसा क्यों है कि आंकड़ों में थोक महंगाई दर घटती दिख रही है लेकिन जरूरी वस्तुओं की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं?
रमेश ने कहा कि अब समय आ गया है कि मोदी जी आंकड़ों के माध्यम से लोगों की आंखों में धूल झोंकना बंद करें और रिटायरमेंट ले लें। तभी देश को मोदी-मेड महंगाई से राहत मिलेगी।
कांग्रेस नेता ने साथ में एक अखबार की कटिंग भी शेयर की है। इसके अनुसार, अगस्त के मुकाबले सितंबर में दाल, दूध, गेहूं समेत 10 वस्तुओं के दाम बढ़े हैं जबकि सब्जी, चमड़ा, कपड़े समेत 7 उत्पाद सस्ते हुए हैं।
Edited by : Nrapendra Gupta