चेन्नई। तमिलनाडु में जल्लीकट्टू से प्रतिबंध हटाने की मांग को लेकर जारी आंदोलन तेज हो गया है। राज्य में पिछले तीन दिनों से प्रदर्शन चल रहा है। कई स्कूल-कॉलेज बंद है। इस मुद्दे पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की।
मोदी ने जल्लीकट्टू मुद्दे पर पनीरसेल्वम से कहा कि केंद्र सरकार राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के प्रति समर्थन का रवैया अपनाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से कहा कि जल्लीकट्टू का मामला अदालत में विचाराधीन है हालांकि वह वार्षिक अनुष्ठान के सांस्कृतिक महत्व को समझते हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने कल रात कहा था कि राज्य को इंसाफ दिलाने के लिए हरसंभव कानूनी उपायों पर विचार किया जाएगा। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ऐसा नहीं कहा जाना चाहिए कि केंद्र इस मामले में राज्य को नजरअंदाज कर रहा है।
इस बीच कुछ युवकों के समूह ने जल्लीकट्टू पर प्रतिबंध के खिलाफ यहां तमिलनाडु हाउस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस मुद्दे पर अभिनेता विशाल के भी जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने की संभावना है। तमिलनाडु में कल हजारों छात्रों ने प्रतिबंध के खिलाफ प्रदर्शन किया था। सड़कों पर भारी विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से मुलाकात करने का निर्णय लिया था।
अन्नाद्रमुक महासचिव वी के शशिकला ने विरोध प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया और केंद्र से जल्लीकट्टू को अनुमति देने के लिए एक अध्यादेश लाने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु में जल्लीकट्टू पर 2014 से प्रतिबंध लगा हुआ है। पिछले साल, जयललिता ने केंद्र से जल्लीकट्टू पर से बैन हटाने की मांग की थी। केंद्र सरकार ने 8 जनवरी को एक नोटिफिकेशन जारी कर पाबंदी हटा दी थी।
हालांकि इसके बाद, सुप्रीम कोर्ट में केंद्र के फैसले को चुनौती दी गई। उच्चतम न्यायालय ने इन याचिकाओं पर फैसला सुरक्षित रखा है। राज्य सरकार ने मांग की थी सुप्रीम कोर्ट पोंगल के पहले इस पर निर्णय दे दे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।