आडवाणी को भारत रत्न पर भड़का जमात ए इस्लामी, केंद्र सरकार के खिलाफ उगला जहर
मोदी सरकार कर रही है नफरत की राजनीति
Opposition to Bharat Ratna award to Lal Krishna Advani : भारतीय जनता पार्टी के सबसे शीर्ष नेताओं में से एक लालकृष्ण आडवाणी को 'भारत रत्न' दिए जाने पर अब विवाद भी शुरू हो गया है। आडवाणी को 'भारत रत्न' पुरस्कार से सम्मानित किए जाने से मुस्लिम संगठन जमात-ए-इस्लामी हिंद भड़क गया है। संगठन के राष्ट्रीय सचिव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे ही लोगों को पुरस्कार दिए जाने की उम्मीद की जा सकती है, जिन्होंने बाबरी मस्जिद गिराई।
खबरों के अनुसार, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किए जाने से जहां एक ओर देशभर में खुशी जाहिर की जा रही है, वहीं दूसरी ओर मुस्लिम संगठन जमात-ए- इस्लामी हिंद ने इस मामले में जहर उगला है। जमात-ए-इस्लामी के राष्ट्रीय सचिव मलिक मोहतसिम ने आरोप लगाया कि लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिया जाना बाबरी मस्जिद तोड़ने का इनाम है।
बाबरी विध्वंस करने वाले का सम्मान : जमात-ए-इस्लामी के राष्ट्रीय सचिव मलिक मोहतसिम ने आरोप लगाया कि यह बाबरी विध्वंस करने वाले का सम्मान है। केंद्र की मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार से यही उम्मीद थी।उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार नफरत की राजनीति कर रही है। यह सरकार नफरत के बलबूते अपनी राजनीति को आगे बढ़ाना चाहती है।
सचिव ने कहा कि ये देश के लोगों को सोचना चाहिए कि क्या ये हुकूमत कानून के मुताबिक काम कर रही है? इस सरकार से सवाल पूछने का कोई औचित्य नहीं है, क्योंकि वो तो नफरत की ही बुनियाद पर अपना कारोबार चलाना चाहती है। संगठन के उपाध्यक्ष मोहम्मद सलीम ने कहा कि देश में धार्मिक स्थलों और संस्थानों की सुरक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है। हमारे देश में लोकतंत्र है। इसमें हम सब मिलकर सरकार चुनते हैं।
Edited By : Chetan Gour