पुलवामा में 44 CRPF जवान शहीद, शोपियां में आतंकी हमले का प्रयास नाकाम
, गुरुवार, 14 फ़रवरी 2019 (19:00 IST)
जम्मू। पाक परस्त आतंकियों ने एक बार फिर कश्मीर में उरी को दोहराया है। हालांकि गुरुवार हमला उरी से भी बड़ा है, इसमें 44 जवानों की मौत हो गई। हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। कहा जा रहा है कि 40 अन्य घायलों में से आधों की हालत अभी भी नाजुक है।
श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर अवंतीपोरा के पास गोरीपोरा में गुरुवार को को जैश के एक स्थानीय आत्मघाती आदिल अहमद डार उर्फ वकास ने कार बम से CRPF के एक काफिले में शामिल बस को उड़ा दिया। विस्फोट में तीन अन्य वाहनों को भी क्षति पहुंची है। सभी घायल जवानों को उपचार के लिए बादामी बाग सैन्य छावनी स्थित सेना के 92 बेस अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
हमले से जुड़ी बड़ी बातें...
- रात में शोपियां के पुलिस थाने पर आंतकी हमले को नाकाम किया
- आतंकियों ने थाने पर किया था हमला, सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई से डरकर भागे आतंकी
- सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेरा, किसी को भी छोड़ने की कसम खायी
- बर्फबारी के कारण आ रही है अड़चनें, चप्पे चप्पे की छानबीन जारी
- आतंकियों को पनाह देने वालों की खोज युद्ध स्तर पर जारी
- शुक्रवार सुबह 9 बजे होगी CSS की बैठक।
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरा देश शहीदों के परिजनों के साथ खड़ा है
- मोदी ने कहा, देश के बहादुर जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा
- मोदी बोले, सीआरपीएफ जवानों पर हमला घिनौना है
- आंतकी हमले के बाद मोदी ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बातचीत की
- मोदी ने कायरतापूर्ण हमले की निंदा की
- राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने इमरजैंसी मीटिंग बुलाई है
- सर्जिकल स्ट्राइक में अजीत डोभाल की बड़ी भूमिका थी
- आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार पुलवामा के काकापोरा में रहने वाला था
- आतंकी आदिल अहमद डार पिछले साल ही जैश में शामिल हुआ था
- गृहमंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को श्रीनगर जाएंगे।
- कार में 200 किलो से ज्यादा विस्फोटक था।
- हमले का शिकार हुई बस में 39 सुरक्षाकर्मी सवार थे।
जैश-ए-मोहम्मद ने ली जिम्मेदारी : जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। आत्मघाती हमला अफजल गुरु स्क्वाड ने किया है। हमले से कुछ समय पहले का आदिल का वीडियो अफजल गुरु स्क्वाड के मीडिया ने जारी किया गया था।
आतंकियों का निशाना बना सीआरपीएफ वाहन जम्मू से श्रीनगर की तरफ आ रहे सीआरपीएफ के जवानों के काफिले का हिस्सा था। काफिले में करीब 78 वाहन थे। अपराह्न करीब सवा तीन बजे जब यह काफिला दक्षिण कश्मीर में श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर गोरीपोरा (अवंतीपोरो) के पास पहुंचा तो अचानक एक कार तेजी से काफिले में घुसी।
कार चालक ने सीआरपीएफ जवानों की एक बस को टक्कर मार दी और इसके बाद वहां जोरदार धमाके की आवाज आई। कार धू-धू कर सड़क पर जलने लगी, बस के एक हिस्से में भी आग की लपटें निकलने लगीं।
धमाके बाद गोलीबारी : धमाके की आवाज से पूरा इलाका दहल गया और आसमान में काले धुएं के गुबार के साथ सड़क पर लोगों को रोने-चिल्लाने की आवाजें आने लगीं। काफिले में शामिल अन्य वाहन तुरंत रुक गए और उनमें सवार जवान जब बाहर निकल रहे थे तो वहीं एक जगह पोजीशन लिए बैठे आतंकियों ने उन पर गोलियां भी दागीं। जवानों ने तुरंत अपनी पोजीशन ले जवाबी फायर किया। कहा जाता है कि जवाबी फायर पर आतंकी वहां से भाग निकले।
सड़कों पर बिखरे शव : इस बीच, जवानों ने पूरे इलाके को घेरते हुए कार बम विस्फोट से तबाह हुई बस में पड़े जख्मी और मृत जवानों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाना शुरू कर दिया। स्थिति इतनी भयावह थी कि धमाके की चपेट में आई बस में सवार कई जवान जिनकी मौत हुई है, के शव सड़क पर गिरे पड़े थे, कई लाशों के चिथड़े तक उड़ गए थे। आतंकियों द्वारा धमाके में इस्तेमाल कार में सवार आत्मघाती आतंकी आदिल अहमद के भी मारे जाने का दावा किया जा रहा है।
सर्च ऑपरेशन शुरू : इस हमले की जानकारी मिलने के बाद तत्काल पुलवामा में मौजूद सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की अन्य कंपनियों को अवंतिपोरा भेजा गया। आतंकी वारदात के बाद सेना ने फिलहाल जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर ट्रैफिक बंद करते हुए अवंतिपोरा और आसपास के इलाकों में बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया है।
इसके अलावा पुलवामा, शोपियां, कुलगाम और श्रीनगर जिलों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। हमले में घायल जवानों का इलाज लगातार जारी है और एजेंसियों के अधिकारी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
आत्मघाती हमलावर था आदिल अहमद डार : जैश-ए-मुहम्मद नामक आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया है कि यह एक कार बम फिदाइन हमला था जिसे गुंडी बाग पुलवामा के आदिल अहमद ने अंजाम दिया और उसने अपने आपको भी उड़ा लिया था। बताया जा रहा है कि आदिल पिछले साल ही जैश ए मुहम्मद में शामिल हुआ था। फिलहाल अधिकारी इसके प्रति कुछ अधिक बोलने से कतरा रहे थे।
बुधवार को स्कूल में हुआ था विस्फोट : दहशतगर्दों ने बुधवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले काकपोरा में एक निजी स्कूल फलई-ए-मिलत के अंदर रहस्यमय तरीके से विस्फोट हुआ था, जिसमें 10वीं कक्षा के 12 छात्र घायल हो गए हैं। यह विस्फोट तब हुआ जब स्कूल में बच्चे पढ़ाई कर रहे थे।
निजी स्कूल में शिक्षक जावेद अहमद ने बताया कि मैं बच्चों को पढ़ा रहा था, तभी अचानक विस्फोट हो गया। घायल स्कूली बच्चों को उपचार के लिए शासकीय जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां अभी भी उनका उपचार हो रहा है।
अगला लेख