कारगिल विजय दिवस के मौके पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया और उस पर कई तरह के बयानी हमले किए।
नई दिल्ली, जेपी नड्डा ने कहा कि रक्षा सौदों में उसका सिद्धांत मिशन नहीं कमीशन हुआ करता था, जबकि उनकी पार्टी राष्ट्रवाद की प्रतीक है।
करगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नड्डा ने देश की सुरक्षा के मद्देनजर पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जमकर सराहना की और कहा कि इनसे देश की सुरक्षा को मजबूती मिली है।
उन्होंने कहा, कांग्रेस का सिद्धांत था नो डिसीजन इज द बेस्ट डिसीजन (फैसला नहीं लेना ही सर्वश्रेष्ठ फैसला है)... कोई निर्णय मत लो... और जब सौदेबाजी करनी है तो देयर शेल नॉट बी मिशन, देयर शुड बी कमीशन (मिशन नहीं होना चाहिए बल्कि कमीशन होना चाहिए) यही लेकर वह आगे चलते थे
नड्डा ने कहा, अच्छा नहीं लगता कि रक्षा के बारे में ऐसी बात करें, लेकिन इसी तरीके से इन लोगों ने सरकार चलाई
उन्होंने कहा, पहले कोई आतंकी भारत में आकर ढाई वर्ष तक उत्पात मचाता रहता था। आज किसी आतंकवादी की उम्र भारत में आने के बाद एक से डेढ़ सप्ताह की है। फौज वही है, लेकिन नेतृत्व ठीक न हो तो आतंकी ढाई साल तक उत्पात मचाता है और नेतृत्व ठीक हो तो ढाई सप्ताह में शांत कर दिया जाता है
नड्डा ने कहा, दुश्मन ऊपर छुपकर बैठा था और हमारे वीर सैनिक हजारों फुट नीचे खड़े थे। विपरीत परिस्थितियों में नीचे से ऊपर जाकर, दुश्मन पर हमला करके तिरंगा फहराया गया था (भाषा)