नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस लोया मामले की सुनवाई कर रहे जस्टिस अरूण मिश्रा ने खुद को इस मामले से अलग कर लिया है।
सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा संकट में जज लोया के मामले को विवाद की जड़ माना जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के 4 जजों ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी इसका जिक्र किया था और कहा था कि चीफ जस्टिस अपने तौर पर खास मामलों को चुनिंदा बेंच में सुनवाई के लिए दे रहे हैं।
इस बीच नागपुर पुलिस ने एक बयान में कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अलावा फारेंसिक जांच में भी हार्ट अटैक से मौत की पुष्टि हुई है। हालांकि इससे पहले लोया के बेटे ने भी किसी भी तरह की जांच कराने से इनकार किया था।
गौरतलब है कि सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस की सुनवाई सीबीआइ जज जस्टिस बीएच लोया कर रहे थे। इस मामले में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह आरोपी थे, लेकिन अदालत की ओर से उन्हें बरी किया जा चुका है। लोया 30 नवंबर 2014 को नागपुर में एक शादी में शरीक होने गए थे, तभी उनके सीने में तेज दर्द हुआ था। उन्हें तुरंत निकट के अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।