न्यायमूर्ति चौहान का जन्म 9 जनवरी 1964 को हुआ था और उन्होंने चंडीगढ़ स्थित पंजाब विश्वविद्यालय से विधि की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने 1989 में हिमाचल प्रदेश बार काउंसिल में एक वकील के रूप में पंजीकरण कराया था और उन्हें सभी तरह के मामले में पैरवी करने का अनुभव है।
न्यायमूर्ति चौहान को 2014 में हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया और बाद में उन्हें स्थायी न्यायाधीश बना दिया गया। हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नति के बाद उन्होंने 2019 में रोमानिया में बच्चों से जुड़ी सेवाओं में सुधार, देखभाल और संरक्षण को लेकर आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में भाग लिया था।(भाषा)