नई दिल्ली। सोशल मीडिया मंच ट्विटर द्वारा फिल्मकार लीना मणिमेकलाई के देवी काली के विवादास्पद पोस्टर वाले ट्वीट को हटाने और तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की देवी काली पर विवादास्पद टिप्प्णी से हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं कथित तौर पर आहत होने को लेकर मध्यप्रदेश के भोपाल में उनके (मोइत्रा) खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद बुधवार को भी यह मामला गर्माया रहा। भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने मोइत्रा की गिरफ्तारी की मांग की। मोइत्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि वह देवी की उपासक हैं और भाजपा के गुंडों से नहीं डरतीं। उन्होंने कहा कि सत्य को बैसाखियों की जरूरत नहीं होती। मोइत्रा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि 'जय मां काली। बंगाली जिनकी पूजा करते हैं वह साहस की देवी हैं।
ट्विटर ने मणिमेकलाई के उस ट्वीट को हटा दिया है जिसमें उन्होंने अपने वृत्तचित्र 'काली' का पोस्टर लगाया था। कनाडा के टोरंटो में रहने वाली मणिमेकलाई ने दो जुलाई को किये ट्वीट में 'काली' का पोस्टर शेयर किया था जिसमें देवी को धूम्रपान करते और एलजीबीटीक्यू समुदाय का झंडा पकड़े दर्शाया गया था। मूल पोस्ट के स्थान पर एक मैसेज लिखा गया है कि 'लीना मणिमेकलाई के ट्वीट को कानून के तहत की जा रही मांग के मद्देनजर भारत में नहीं दिखाया जा रहा है।' यह स्पष्ट नहीं है कि ट्विटर ने ट्वीट को कब हटाया।
ट्वीट हटाए जाने को मणिमेकलाई ने हास्यास्पद कदम करार दिया और सवाल उठाया कि क्या ट्विटर नफरत फैलाने वालों की विभिन्न पोस्ट को भी अपने मंच से हटाएगा। इस बीच आगा खान संग्रहालय ने कहा है कि वह हिन्दू समुदाय की भावनाओं के आहत होने पर गहरा खेद व्यक्त करता है और उसने विवादित फिल्म की सभी आपत्तिजनक सामग्री हटाने के भारतीय मिशन के आग्रह के बाद वृत्तचित्र काली की प्रस्तुति को हटा दिया है। दिल्ली पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस ने मंगलवार को इस विवादास्पद पोस्टर को लेकर मणिमेकलाई के खिलाफ अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की थी।
कनाडा में हिन्दू समुदाय के नेताओं की ओर से शिकायत मिलने के बाद ओटावा में भारतीय उच्चायोग ने कनाडाई अधिकारियों से आग्रह किया था कि फिल्म से संबंधित “उकसावे वाली सामग्री” को हटाया जाए।
बीजेपी के गुंडों से नहीं डरती : तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की देवी काली पर विवादास्पद टिप्प्णी से हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं कथित तौर पर आहत होने को लेकर मध्य प्रदेश के भोपाल में बुधवार को उनके (मोइत्रा) खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
उन्होंने कहा कि मैं काली की उपासक हूं। मैं किसी चीज से भयभीत नहीं हूं। ना ही आपके अज्ञान से, ना ही आपके गुंडों से, ना ही आपकी पुलिस से और खासतौर से आपके ट्रोल्स से तो बिल्कुल भयभीत नहीं हूं। सत्य को बैसाखी की जरूरत नहीं होती।अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने मोइत्रा का समर्थन जताया और उन्हें शानदार व्यक्ति करार दिया। ट्विटर की कार्रवाई संबंधी रिपोर्ट पर मणिमेकलाई ने कहा कि यह हास्यास्पद है। क्या ट्विटर 200000 नफरत फैलाने वालों के ट्वीट हटाएगा।
भाजपा ने मोइत्रा के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर मोइत्रा के खिलाफ 10 दिनों में कार्रवाई नहीं की गई तो वह अदालत का रुख करेगी। पार्टी की महिला प्रकोष्ठ ने भी शहर के बहु बाजार पुलिस थाने में एक अर्जी दी है।
इस बीच, मोइत्रा की विवादास्पद टिप्पणी को लेकर विपक्ष की कड़ी आलोचना का सामना कर रही तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेतृत्व ने बुधवार को कहा कि पार्टी किसी भी तरह से इन टिप्पणियों का समर्थन नहीं करती है और भविष्य में इस तरह के बयान देने से उन्हें आगाह किया जा सकता है।
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने बुधवार को कहा कि वह मां काली पर महुआ मोइत्रा की टिप्पणी को लेकर उन पर (मोइत्रा) हुए हमले से हैरान रह गए।
उन्होंने लोगों से थोड़ा कम गंभीर होने और धर्म को लोगों की निजता पर छोड़ने को कहा। थरूर ने ट्वीट किया कि दुर्भावनापूर्ण ढंग से गढ़े गए विवाद से मैं अनजान नहीं हूं, लेकिन महुआ मोइत्रा पर हुए हमले से हैरान हूं। मध्य प्रदेश में पुलिस ने बुधवार को मोइत्रा के खिलाफ देवी काली के बारे में की गई उनकी टिप्पणी को लेकर मामला दर्ज किया।
एक अधिकारी ने कहा कि प्रदेश की राजधानी भोपाल में अपराध शाखा ने भारतीय दंड संहिता की धारा 295 ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बयान में कहा कि मोइत्रा के बयान से हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। हम किसी भी कीमत पर हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को यह टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया कि जिस तरह हर व्यक्ति को अपने तरीके से देवी-देवताओं की पूजा करने का अधिकार है, उसी तरह बतौर एक व्यक्ति उन्हें देवी काली के मांस भक्षण करने वाली एवं मदिरा स्वीकार करने वाली देवी के रूप में कल्पना करने का पूरा अधिकार है। भाजपा ने मोइत्रा के इस बयान को लेकर उन पर कड़ा प्रहार किया और सवाल किया कि क्या यह हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने का पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी का आधिकारिक रुख है।
कोलकाता में एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए कृष्णानगर से सांसद मोइत्रा ने देवी काली के बारे में यह टिप्पणी उस वक्त की थी जब उनसे एक फिल्म के पोस्टर के बारे में पूछा गया, जिसमें देवी काली को धूम्रपान करते हुए दर्शाया गया है।
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि सनातन हिंदू धर्म के नियमों के अनुसार, देवी काली की पूजा एक ऐसी देवी के रूप में कभी नहीं की जाती जो मदिरापान करती हों और मांस भक्षण करती हों। हिंदू सदियों से देवी काली को बुराई के खिलाफ शक्ति के प्रतीक के रूप में पूजते रहे हैं। उनकी (मोइत्रा की) टिप्पणियों से धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। हम देवी काली पर की गई टिप्पणी के लिए उन्हें गिरफ्तार करने की मांग करते हैं।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्य भर में मोइत्रा के खिलाफ पुलिस को सैकड़ों शिकायतें दी गई हैं। भाजपा विधायक अधिकारी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस सरकार और राज्य पुलिस (भाजपा की निलंबित प्रवक्ता) नुपुर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई के लिए बहुत सक्रिय रही है। लेकिन, उन्होंने महुआ मोइत्रा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। भाजपा और तृणमूल कांग्रेस नेताओं के लिए अलग-अलग नियम नहीं हो सकते। हम 10 दिन इंतजार करेंगे और फिर अदालत का रुख करेंगे। (इनपुट भाषा)