My Indian Life now on BBC Hindi: बीबीसी वर्ल्ड सर्विस का लोकप्रिय पॉडकास्ट 'कल्कि प्रेज़ेंट्स माइ इंडियन लाइफ़' अब हिंदी में भी सुना जा सकेगा।
कल्कि प्रेज़ेंट्स माइ इंडियन लाइफ़ के तीन सीज़न काफ़ी कामयाब रहे हैं। जानी-मानी एक्टर कल्कि का कार्यक्रम 21वीं सदी के भारतीय नौजवानों की जिंदगी के अलग-अलग पहलुओं पर रोशनी डालता है।
इस कार्यक्रम में कल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले युवा पीढ़ी के चुनिंदा लोगों से उनकी ज़िंदगी के बारे में बातें करती हैं। इस पॉडकास्ट में पहले एपिसोड में कल्कि बात कर रही हैं तान्या नाम की एक युवा लड़की से जिन्होंने प्राइवेट डिटेक्टिव बनने का फ़ैसला किया, तान्या बताती हैं कि हर किसी का कोई न कोई राज़ ज़रूर होता है।
तान्या इस एपिसोड में ऐसे मामलों के बारे में बताती हैं जिनकी पड़ताल उन्होंने की है। तान्या ने बताया कि कैसे एक स्टूडेंट का पीछा करते हुए वे ऐसी जगह पहुंच गईं जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी, वे एक मंगेतर और बेवफ़ा पति के कारनामों के बारे में भी बताती हैं।
दूसरे एपिसोड में कल्कि एक ऐसे गेमर से बातें कर रही हैं जिसे सोशल मीडिया पर तकरीबन साढ़े तीन करोड़ लोग फॉलो करते हैं लेकिन कोई नहीं जानता कि वे असल में कौन हैं। वे कल्कि को बताते हैं कि उन्हें स्पाइडरमैन जैसा महसूस होता है जिसकी असली पहचान किसी को नहीं मालूम।
ख़ास बात ये भी है कि इस पॉडकास्ट में संवेदनशील मुद्दों से परहेज़ नहीं किया गया है, मिसाल के तौर पर इसमें बॉडी शेमिंग का मुद्दा भी उठाया गया है जिसकी वजह से बहुत सारे लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
एक एपिसोड में एक्टर रिताशा राठौर खुलकर बताती हैं कि कैसे उनके वज़न की वजह से उन्हें केवल एक ही तरह के रोल दिए जाते थे और इस एपिसोड में कल्कि ख़ुद की स्टीरियोटाइपिंग के बारे में भी बात करती हैं।
कल्कि कहती हैं, "मुझे बहुत खुशी है कि अंगरेजी के तीन कामयाब सीज़न के बाद अब मैं बीबीसी के पॉडकास्ट को हिंदी में भी प्रेज़ेंट कर रही हूं। इस सीरिज़ के ज़रिए मैं आप तक उन नौजवानों की कामयाबी की ऐसी कहानियां सामने ला रही हूं जो आपको भी प्रेरणा देंगे। ये उन नौजवानों की कहानियां हैं, जिन्होंने कई संघर्षों का सामना करके सफलता हासिल की है।
इस पॉडकास्ट को बीबीसी वर्ल्ड सर्विस के लिए 'ऑल थिंग्स स्मॉल' नाम की प्रोडक्शन कंपनी ने तैयार किया है जो रेनशाइन इंटरटेनमेंट का हिस्सा है। यह कंपनी दक्षिण एशियाई देशों की सच्ची कहानियां लोगों तक पहुंचाती है और बीबीसी के साथ कंपनी की यह पहली साझीदारी है।
कल्कि के हिंदी पॉडकास्ट को आप बीबीसी हिंदी के फ़ेसबुक पेज, यूट्यूब चैनल के अलावा गाना, जियोसावन, स्पोटिफ़ाई और अन्य प्रमुख ऑडियो प्लेटफॉर्मों पर सुन सकते हैं।