बेंगलुरु। कर्नाटक के कोडागु जिले में टीपू सुल्तान जयंती समारोह का विरोध कर रहे भाजपा के तीन विधायक तथा सैकड़ों कार्यकर्ताओं को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया।
भाजपा ने जयंती का विरोध करते हुए कहा कि टीपू सुल्तान 19वीं शताब्दी का धर्मांध शासक था और कर्नाटक एवं केरल में बड़ी संख्या में हिंदुओं की हत्या करने में शामिल था। उसने लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने की भी कोशिश की थी।
कोडागु में प्रतिबंधों के आदेश के बावजूद विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं विराजपेट से भाजपा विधायक केजी बोपैया को विरोध रैली निकालने की कोशिश करने पर गिरफ्तार किया गया। इसी तरह विधान परिषद सदस्य सुनील सुब्रमण्या भाजपा को कई कार्यकर्ताओं के साथ काले झंडे दिखाने और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने के आरोप में मदिकेरी से गिरफ्तार किया गया। मदिकेरी का प्रतिनिधित्व करने वाले विधायक अपाचु रंजन को भी पर्वतीय कस्बे से गिरफ्तार किया गया।
सुब्रमण्या एवं रंजन को बहस करने पर और कार्यकर्ताओं के काले वस्त्रों और झंडे दिखाकर जयंती के खिलाफ नारेबाजी करने पर गिरफ्तार किया गया। प्रदर्शनकारियों ने कांग्रेस-जनता दल (एस) गठबंधन सरकार के खिलाफ भी नारेबाजी की।
पुलिस ने समारोह स्थल पर निमंत्रण पत्र के साथ न आने वालों को जब रोका तो विरोध शुरू हुआ। बोपैया के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं को भी विराजपेट में गिरफ्तार किया गया, जहां उन्होंने काली पट्टी पहने हुए विरोध प्रदर्शन किया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मैसुरु, श्रीरंगपटना, मांड्या जिलों में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोई विरोध नहीं किया।