मद्रास उच्च न्यायालय ने द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि को मरीना बीच पर दफनाने की अनुमति दे दी है। करुणानिधि के बेटे स्टालिन ने अपने पिता करुणानिधि को पत्र लिखा है। स्टालिन डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष हैं।
तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि की निधन के बाद उनके बेटे एमके स्टालिन ने पिता के नाम एक भावुक पत्र लिका है। इस पत्र को स्टालिन ने ट्विटर पर शेयर किया है। पत्र में स्टालिन ने भावुकता से खिला है- ''क्या अब आपको एक बार अप्पा बुला सकता हूं? आप जहां जाते थे, मुझे जरूर बताते थे। अब, बिना बताए कहां चले गए? हमें लड़खड़ाता हुए क्यों छोड़ गए?' स्टालिन करुणानिधि-दयालु अम्माल के बेटे हैं। 86 साल की अम्माल करुणानिधि की दूसरी पत्नी हैं।
स्टालिन ने पत्र में लिखा कि 33 साल पहले आपने कहा था कि आपकी याद में क्या लिखना चाहिए। आप वे व्यक्ति थे, जो अनजाने में लोगों के लिए काम करते रहे। क्या अब आपने तय कर लिया कि आप तमिल समाज के लिए काफी कुछ कर चुके हैं? या यह देखने के लिए कहीं छुप गए हैं कि 80 साल के सावर्जनिक जीवन में जो उपलब्धियां आपने हासिल कीं, उन्हें कोई दूसरा क्या हासिल कर पाता है? 3 जून को आपके जन्मदिन पर मैंने आपकी आधी योग्यता मांगी थी। क्या अरिगनार अन्ना की तरह आप मुझे अपना प्यार देंगे? क्योंकि आपके प्यार के सहारे ही हम आपके अधूरे सपनों और आदर्शों को पूरा कर पाएंगे।
करुणानिधि के बेटे स्टालिन मद्रास हाईकोर्ट के फैसले के बाद भी रो पड़े थे, जिसमें उनका अंतिम संस्कार मरीना बीच पर करने का फैसला दिया गया था। तमिलनाडु सरकार ने करुणानिधि का अंतिम संस्कार मरीन बीच पर करने अनुमति नहीं दी थी।
डीएमके ने पिछले साल जनवरी में स्टालिन को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया था। हालांकि करुणानिधि ने पार्टी सुप्रीमो की कमान अपने हाथ में ही रखी थी। अझागिरी की पार्टी से दूरी तब और बढ़ गई जब करुणानिधि की बेटी कनिमोझी ने मई 2016 में कहा था कि उनके पिता के बाद सौतेले भाई स्टालिन ही पार्टी संभालेंगे।