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कश्मीर में हिमस्खलन, 5 सैनिक और 4 नागरिकों की मौत

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सुरेश डुग्गर

जम्मू। कश्मीर में बर्फीले तूफानों और हिमस्खलन ने जबरदस्त कहर बरपाया है। कई स्थानों पर बर्फीले तूफानों और हिमस्खलन से सैनिक और नागरिक जूझ रहे हैं। इनमें से दो घटनाओं में पांच सैनिकों तथा चार नागरिकों समेत कुल 9 लोगों की मौत हो गई है। समाचार भिजवाए जाने तक सेना अपने उन चार जवानों के शवों की तलाश कर रही थी जो हिमस्खलन के कारण सेना के कैंप से दूर जा चुके थे। हालांकि दो मकानों के पूरी तरह से गिरने के कारण एक ही परिवार के चार लोगों को मौत हो गई थी जबकि एक सदस्य को बचा लिया गया था।
सेना के सूत्रों ने बताया कि सोनामर्ग के गंदरबल इलाके में एलओसी पर तैनात सेना के 5 जवानों की उस समय मौत हो गई जब हिमस्खलन ने उनकी चौकी को पूरी तरह से तबाह कर दिया। हिमस्खलन के कारण तबाह हुई चौकी में घटना के समय कुल 9 जवान थे और बाकी के चार जवानों की तलाश की जा रही है। फिलहाल सेना उनके प्रति कुछ भी कहने को तैयार इसलिए नहीं थी क्योंकि क्योंकि प्रवक्ता का कहना था कि जवानों की तलाश में अभियान जारी है।
 
इसी तरह एक और हिमस्खलन की घटना में उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे गुरेज सेक्टर (बांडीपोरा) में बुधवार को हिमस्खलन की चपेट में आए एक मकान में एक ही परिवार के चार सदस्यों की बर्फ में दबकर मौत हो गई। पूरे परिवार में एक ही सदस्य को जिंदा बचाया जा सका है। साथ ही मध्य कश्मीर में बडगाम में हिमपात के दौरान दो मकान क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि स्थानीय अस्पताल में एक तीमारदार ठंड में अपनी जान गंवा बैठा।
 
हिमस्खलन बुधवार सुबह गुरेज सेक्टर के अंतर्गत तुलेल के साथ सटे बुडुगाम गांव में हुआ है। यह गांव एक पहाड़ी ढलान पर है। हिमस्खलन के दौरान पहाड़ी से कटी बर्फ के बड़े बड़े टुकड़े नीचे गांव में आकर गिरे और एक मकान पूरी तरह बर्फ में दब गया। यह मकान हबीबुल्ला लोन (50) पुत्र बहादुर लोन का था। हादसे में हब्बीबुल्लाह, उसकी पत्नी अजीजी, बेटे इरफान तथा बेटी गुलशन बानो की मौत हो गई जबकि उसके दूसरे बेटे रियाज को ही जिन्दा बनाया जा सका था।
 
इस बीच कश्मीर घाटी में ताजा बर्फबारी और भूस्खलन की वजह से श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग के बंद होने की वजह से घाटी का देश के अन्य हिस्सों से संपर्क कट गया है। सड़कों के फिसलनदार होने और भारी बर्फबारी के बावजूद लगभग एक हजार तेल टेंकरों के अलावा 600 यात्री वाहन कल जवाहर सुरंग पार करने में सफल रहे थे। इनमें से अधिकतर जम्मू पहुंच चुके हैं।
 
यातायात पुलिस अधिकारी ने बताया कि विभाग ने पहले ही इस संबंध में परामर्श जारी कर दिया था कि राष्ट्रीय राजमार्ग आज बंद रहेगा। हालांकि राजमार्ग पर हल्की बर्फबारी हुई, लेकिन रामबन और रामसु क्षेत्र के बीच भूस्खलन होने से अधिकारियों को मजबूरन यातायात बंद करना पड़ा। उन्होंने कहा कि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) मुस्तैदी के साथ सड़क पर आवाजाही सुनिश्चित करने के काम में लगे हुए है।
 
राजमार्ग पर यातायात व्यवस्था तभी बहाल हो सकेगी जब बीआरओ और यातायात पुलिस अधिकारियों की ओर से राजमार्ग पर वाहनों के आवागमन की इजाजत मिलेगी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कई दिनों से राजमार्ग पर विभिन्न जगहों पर बड़ी संख्या में ट्रक समेत कई वाहन फंसे हुए हैं। वाहनों को फिलहाल राजमार्ग पर आने की इजाजत नहीं दी जाएगी। पहले फंसे हुए वाहनों को निकाला जाएगा।
 

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