दिल्ली | आम आदमी पार्टी नेता और दिल्ली सरकार के स्वास्थ मंत्री सत्येंद्र जैन को दिल्ली पुलिस ने सोमवार को मनी लॉन्डरिंग के मामले में गिरफ्तार कर लिया। सत्येंद्र जैन पर आरोप है की वो 2015-16 में कोलकाता की एक फर्म के साथ हवाला लेनदेन में शामिल थे। गिरफ्तारी के दो महीने पहले ही जैन तथा उनके परिवार के स्वामित्व वाली 4.81 करोड़ रुपयों की संपत्ति को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी ) द्वारा कुर्क कर लिया गया था।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने गिरफ्तारी के 4 महीने पहले जनवरी में ही ये भविष्यवाणी कर दी थी कि सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी होने वाली है। जनवरी में अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से कहा था कि गुप्त सूत्रों से हम पता चला है कि पंजाब चुनाव से ठीक पहले सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी होने वाली है। पहले भी केंद्र ने इस गिरफ्तारी की योजना बनाई थी तथा जैन के घर ईडी ने छापेमारी भी की थी, लेकिन कुछ नहीं मिला।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि सत्येंद्र के खिलाफ 8 साल से एक फर्जी मामला चल रहा है। उन्हें ईडी द्वारा अब तक कई बार बुलाया गया है। ईडी ने कुछ समय के लिए उनका फोन भी बंद करवा दिया था। सोमवार को गिरफ्तारी के बाद सिसोदिया ने ट्वीट किया कि सत्येंद्र जैन हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी के प्रभारी है। भाजपा हिमाचल में बुरी तरह हारने वाली है इसलिए उन्होंने जैन की गिरफ्तारी का आदेश दिया।
उस समय सत्येंद्र जैन ने केंद्र सरकार पर हमला भी किया था और कहा था कि मै गिरफ्तार होने के लिए तैयार हूं।
केजरीवाल ने कहा कि 2018 में ईडी ने सत्येंद्र जैन को 7 बार तालाब किया, लेकिन उनके खिलाफ कुछ नहीं मिला। ईडी ने 2019 से अब तक इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की थी। मामला बंद होता दिखाई दे रहा था। लेकिन, हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों से पहले फिर से मामले को खोल दिया गया। भाजपा ये सब सिर्फ आम आदमी पार्टी की छवि धूमिल करने और हिमाचल प्रदेश में सरकार बनाने के मकसद से कर रही है।