नई दिल्ली। 29 अगस्त का देशभर में 'खेल दिवस' के रूप में इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इस दिन हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन होता है। गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित भव्य समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दुनिया के नंबर 1 पहलवान बजरंग पूनिया और रियो पैरालंपिक की रजत पदक विजेता पैरा एथलीट दीपा मलिक को संयुक्त रूप से 'राजीव गांधी खेल रत्न' से सम्मानित करेंगे।
29 अगस्त को ही राष्ट्रपति रवींद्र जडेजा समेत 19 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड से भी सम्मानित करेंगे। इसके अलावा द्रोणाचार्य (नियमित और लाइफ टाइम), ध्यानचंद अवॉर्ड, राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार, तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहस पुरस्कार और मौलाना अबुल कलाम आजाद (माका) ट्रॉफी भी प्रदान की जाएगी।
खेल रत्न के लिए क्यों चुना गया बजरंग को : भारत के प्रतिभाशाली पहलवान बजरंग वर्ल्ड के नंबर 1 पहलवान हैं और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कुश्ती में अनेकों बार भारत का मान बढ़ाया है। बजरंग ने राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण, एशियाई खेलों में स्वर्ण, हंगरी में पिछले वर्ष विश्व चैंपियनशिप में रजत, इस साल चीन में हुई एशियन चैंपियनशिप में स्वर्ण, बुल्गारिया में हुए अली अलीयेव अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में स्वर्ण और जॉर्जिया में हुए तिबलिस अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता है।
दीपा मलिक की शानदार उपलब्धियां : यह दूसरा मौका है कि जब देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार को संयुक्त रूप से दिया जा रहा है। पिछले साल यह पुरस्कार विराट कोहली के साथ महिला भारोत्तोलक मीराबाई चानू को दिया गया था। इस बार बजरंग के साथ खेल रत्न का सम्मान पाने वाली पैरा एथलीट दीपा मलिक ने 58 राष्ट्रीय और 23 अंतरराष्ट्रीय पदक जीते हैं। दीपा को इससे पहले पद्मश्री और अर्जुन अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है।
खेल रत्न के लिए 7 लाख 50 हजार का नकद पुरस्कार : खेल रत्न पाने वाले खिलाड़ी को 7 लाख 50 हजार रुपए के नकद पुरस्कार के अलावा पदक के साथ प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाता है। खेलों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालय को 10 लाख, अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्यानचंद पुरस्कार विजेताओं को 5-5 लाख रुपए नकद दिए जाते हैं। अर्जुन अवॉर्ड की शुरुआत 1961 से हुई थी।
पुरस्कार विजेताओं की संपूर्ण सूची
- राजीव गांधी खेल रत्न : बजरंग पुनिया (कुश्ती) और दीपा मलिक (पैरा एथलेटिक्स)
- द्रोणाचार्य अवॉर्ड (नियमित) : विमल कुमार (बैडमिंटन), संदीप गुप्ता (टेबल टेनिस) और मोहिंदर सिंह ढिल्लो (एथलेटिक्स)
- द्रोणाचार्य अवॉर्ड (लाइफ टाइम) : मरजबान पटेल (हॉकी), रामबीर सिंह खोखर (कबड्डी) और संजय भारद्वाज (क्रिकेट)
- अर्जुन पुरस्कार : तजिंदर पाल सिंह तूर (एथलेटिक्स), मोहम्मद अनस यहिया (एथलेटिक्स), एस. भास्करन (बॉडीबिल्डिंग), सोनिया लाथर (मुक्केबाजी), रवींद्र जडेजा (क्रिकेट), पूनम यादव (क्रिकेट), चिंगलेनसाना सिंह कंगुजम (हॉकी), अजय ठाकुर (कबड्डी), गौरव सिंह गिल (मोटर स्पोटर्स), प्रमोद भगत (पैरा स्पोर्ट्स बैडमिंटन), अंजुम मुद्गिल (निशानेबाजी), हरमीत राजुल देसाई (टेबल टेनिस), पूजा ढांडा (कुश्ती), फवाद मिर्जा (घुड़सवारी), गुरप्रीत सिंह संधू (फुटबॉल), स्वप्ना बर्मन (एथलेटिक्स), सुंदर सिंह गुर्जर (पैरा स्पोर्ट्स एथलेटिक्स), भमिदीपति साई प्रणीत (बैडमिंटन) और सिमरन सिंह शेरगिल (पोलो)
- ध्यानचंद अवॉर्ड : मैनुअल फ्रेडरिक्स (हॉकी), अरुप बसाक (टेबल टेनिस), मनोज कुमार (कुश्ती), नितिन कीर्तने (टेनिस) और सी. लालरेमसांगा (तीरंदाजी)
- राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार : गगन नारंग स्पोर्ट्स प्रमोशन फाउंडेशन और गो स्पोर्ट्स तथा रॉयलसीमा विकास ट्रस्ट
- मौलाना अबुल कलाम आजाद (माका) ट्रॉफी : पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़
- तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहस पुरस्कार : अपर्णा कुमार (भू साहस), स्वर्गीय दीपांकर घोष (भू साहस), मणिकंदन के (भू साहस), प्रभात राजू कोली (जल साहस), रामेश्वर जांगड़ा (वायु साहस), वांगचुक शेरपा (जीवनपर्यन्त उपलब्धि)।